गुरु से बड़ा कोई नही – श्रीवास्तव , पी जे सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में श्रद्धापूर्वक मनाया गया गुरु पूर्णिमा उत्सव
चक्रधरपुर। रविवार को पंप रोड स्थित पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में वेद व्यास जयंती सह गुरु पूर्णिमा उत्सव बड़ी श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष दमयंती नाग, पूर्व वार्ड पार्षद रवि कुमार बांकिरा एवं प्रधानाचार्य आनंद चंद्र प्रधान द्वारा वेद व्यास जी के फोटो चित्र पर दीप एवं पुष्पार्चन कर कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया।
अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा की महर्षि व्यास जी के जन्मदिन के शुभ अवसर पर सभी माताओं नमन करते हुए कहा की माता – पिता ही बच्चों का प्रथम गुरु होता है। इसलिए सभी माताओं से आग्रह है की वे बच्चों को कुछ समय निकाल कर उन्हें अच्छी-अच्छी बताएं। पढ़ाई के समय उनके साथ कुछ समय के लिए बैठें।
वहीं प्रधानाचार्य आनंद चंद्र प्रधान ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा की गुरु का शाब्दिक अर्थ होता है जो अंधकार रूपी अज्ञान को ज्ञान रूपी प्रकाश से आलोकित करता है। गुरु पूर्णिमा उत्सव पर मुख्य रुप से सभी गुरु जनों को मेरासादर प्रणाम।
कार्यक्रम का संचालन मीना कुमारी ने किया। मौके पर जयश्री दास, शांति देवी, निशा किरण बानरा, सौभिक घटक, चांदनी जोंको, जयंती तांती, एवं काफी संख्या में अभिभावक, भैया- बहन उपस्तिथ थे।