आदि दुर्गा मंदिर मौसी बाड़ी से आज शाम पांच बजे निकलेगा भगवान जगन्नाथ का बाहुड़ा रथ यात्रा
पंडित मुरारी मोहन मिश्र के सानिध्य में नीतियों के साथ पालन किया जा रहा है भगवान का विदाई रश्म
चक्रधरपुर। ऐतिहासिक पुराना बस्ती घूरती (बाहुडा) रथ यात्रा सोमवार को मौसी बाड़ी आदि दुर्गा मंदिर से निकलेगा। इसके लिए रथ को सजाने संवारने का काम लगभग पूरा हो चुका है।
आज भगवान जगन्नाथ और उनके भाई बहन का मौसी बाड़ी में अधिवास का अंतिम दिवस है। आज पांच बजे भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ में सवार होकर अपने घर सीढ़ी घाट स्थित जगन्नाथ मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। आज भगवान के मौसी बाड़ी से विदाई का दिन होने के कारण तरह तरह के पकवान अथवा भोग लगाया गया।
मंदिर में पुजारी पंडित मुरारी मोहन मिश्र के सानिध्य में पारंपरिक विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद आरती की गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। खास कर महिलाएं आरती के समय उपस्थित होकर भगवान का आशीर्वाद लिया।
इसके पश्चात मंदिर का कपाट बंद कर भगवान का भोग लागी नीति का पालन किया गया। भगवान को भोग लगने के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद किया गया जिसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया। शाम पांच बजे भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा रथारूढ होकर मौसी बाड़ी आदि दुर्गा मंदिर से जगन्नाथ मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे।
पुरानी परंपरा के अनुसार मौसी बाड़ी से रथ को आधे रास्ते तक खींच कर ले जाया जाएगा। रात को रथ यात्रा आधा रास्ता में रोक कर दूसरे दिन अर्थात 16 जुलाई को पुनः शाम पांच बजे भगवान का रथ खींच कर सीढ़ी घाट स्थित जगन्नाथ मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। रथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओ में उत्साह है।