संदिग्ध हालत में घायलावस्था में मिली चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में ईलाजरत सफाई कर्मी की पत्नी

बेहतर ईलाज के लिए टाटानगर ले जाने के दौरान मौत
सीसीटीवी में कैमरा में नहीं मिले घटना के दौरान के फूटेज ,
आपसी सहमति और बिना किसी कार्यवाई किए परिजनों के लिखित आग्रह पर मृतक शव सौंपा गया
चक्रधरपुर । चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल के महिला वार्ड में ईलाजरत एक रेलकर्मी(सफाई कर्मी) की पत्नी की कथित छत के गिरकर मौत होने की घटना चर्चा का विषय बना हुआ है। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के डाक्टर्स रेस्ट रुम के पीछे स्थित एंबुलेंस डोर के पास पड़ी घायल महिला को बेहतर ईलाज के लिए जमशेदपुर स्थित टाटा टेल्को ले जाया जा रहा था कि रास्ते में उसकी मौत हो गई। यह घटना बुधवार अपरान्ह ढाई बजे की है। मंगलवार शाम 5.30 बजे कमजोरी और बीमार होने की शिकायत पर रेलवे अस्पताल के महिला वार्ड के 33 नंबर बेड में इलाजरत चक्रधरपुर सीएचसी के सफाई कर्मी राजेश मुखी (कुंडू) की धर्मपत्नी पूर्णिमा मुखी (39)अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के डाक्टर रेस्ट रुम के पीछे एंबुलेंस डोर के पास घायलावस्था पड़ी मिली।

इस घटना के बाद आनन फानन में पूर्णिमा का प्राथमिक ईलाज के बाद बेहतर ईलाज के लिए एंबुलेंस से जमशेदपुर स्थित टाटा टेल्को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। बुधवार देर शाम को मृतक का शव चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल लाया गया एवं उसे मर्ग हाउस में रख दिया गया। आज मृतक के मायका वालों की ओर से महिला की संदिग्ध हालत में मौत होने का आरोप लगाकर अस्पताल प्रबंधन को घेरने का प्रयास किया। परिजनों की ओर से तरह तरह के कयास लगाए गए।

पूर्णिमा के अस्पताल से छत से कूद कर जान देने का आरोप लगाया गया। कुछ लोगों के द्वारा एंबुलेंस के धक्के से तो कुछ लोगों के द्वारा उसके मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अस्पताल वार्ड के बाहर अन्य किसी कारण से उसकी मौत होने की बात कही गई। मृतक की मां सबिता कारवां चाचा कृष्णा मुखी, भाई बुद्धेश्वर कारवां, पति राजेश मुखी सहित हरजिन बस्ती और घाटशिला, टाटानगगर सहित आसपास के सैकड़ों परिजन अस्पताल पहुंच कर पूर्णिमा के संदिग्ध मौत की घटना का असलियत जानने का प्रयास किया। अस्पताल प्रबंधन की सहमति से अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरा खंगाला गया।

2. 19 बजे के बाद का फूटेज नहीं मिला
मृतक पूर्णिमा मुखी के एंबुलेंस डोर के पास घायलावस्था में पड़े होने की घटना का असलियत सामने लाने के लिए एसएंडटी विभाग के अधिकारियों के द्वारा अस्पताल में लगा सीसीटीवी फूटेज खंगाला गया लेकिन 2.19 बजे के बाद का फूटेज नहीं मिलने के कारण पूर्णिमा के परिवारवालों ने बिना कोई कार्यवाई किए मृतक के शव को उन्हें सौंपने का आग्रह किया।

जिसके फलस्वरुप अस्पताल में पहुंची चक्रधरपुर थाना के पुलिस, आरपीएफ की मौजूदगी में मृतक के भाई, पति और बस्ती के कुछ लोगों के लिखित आवेदन पर अस्पताल के मर्ग हाउस में रखे मृतक का शव पुलिस के माध्यम से परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना को लेकर आज सुबह से शाम पांच बजे तक अस्पताल परिसर में पूर्णिमा के परिजनों की गहमागहमी लगी रही।





