झारखंड

ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के नए केंद्र का चक्रधरपुर में उद्घाटन

राजयोगिनी अंजू बहन और रागिनी बहन ने किया शुभारंभ, आध्यात्मिक प्रवचन का आयोजन

चक्रधरपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के नए केंद्र का उद्घाटन चक्रधरपुर के रामदास भट्टा क्षेत्र में किया गया। इस अवसर पर जमशेदपुर बिष्टुपुर केंद्र की मुख्य संचालिका राजयोगिनी अंजू बहन और जुगसलाई केंद्र की संचालिका राजयोगिनी रागिनी बहन ने संयुक्त रूप से फीता काटकर व शिलापट का अनावरण कर शुभारंभ किया।

इस उद्घाटन समारोह में ब्रह्माकुमारी बहनों और ब्रह्मा कुमार भाइयों की उपस्थिति में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। राजयोगिनी रागिनी बहन ने उपस्थित श्रद्धालुओं को ईश्वरीय महावाक्य (मुरली) का पाठ कराया। इस अवसर पर भोग निर्माण शाला का भी उद्घाटन किया गया, जहां विधिवत पूजन और भोग निर्माण की प्रक्रिया संपन्न हुई।

इस समारोह में चक्रधरपुर रामदास भट्टा केंद्र की सोनू बहन, सुंदरनगर केंद्र की आरती, हल्दीपोखर केंद्र की सुलेखा, चाईबासा की बीके उन्नति, जमशेदपुर केंद्र की संचालिका रेणू बहन और पद्मा सहित विभिन्न क्षेत्रों से आईं ब्रह्माकुमारी बहनें एवं ब्रह्मा कुमार भाई शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान संस्था के सभी नियमों का विधिवत पालन किया गया।

स्व-परिवर्तन से ही समाज में बदलाव संभव – बीके रागिनी

उद्घाटन के अवसर पर आयोजित आध्यात्मिक प्रवचन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ब्रह्माकुमारी बहनों ने भाग लिया। प्रवचन के दौरान राजयोगिनी रागिनी बहन ने स्व-परिवर्तन से समाज परिवर्तन पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा,
“पहले खुद को बदलें, फिर समाज में बदलाव लाने का प्रयास करें। आत्मचिंतन, परमात्म चिंतन और शिक्षा ही संसार का सबसे बड़ा धन है। ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय आत्मशक्ति जागृत करने और आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करने का प्रमुख केंद्र है।”

इस अवसर पर विश्वविद्यालय का ध्वज फहराया गया और उपस्थित साधकों ने आत्मदीप जलाने व आध्यात्मिक जागृति का संकल्प लिया। उन्होंने संतुष्टि, आत्मिक शांति और साक्षी भाव को अपनाने का आह्वान किया।

गौरतलब है कि इससे पहले संस्था ब्लॉक कॉलोनी में स्थित थी, जिसे ब्रह्माकुमार शोभाराम और सरिता देवी के सहयोग से नए भवन में स्थानांतरित किया गया। इस नए भवन के उद्घाटन के साथ, ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय की आध्यात्मिक यात्रा नए अध्याय में प्रवेश कर चुकी है।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button