रेल बजट में झारखंड प्रदेश के लिए रिकार्ड बढ़ोतरी- रेल मंत्री बजट में यूपीए सरकार की तुलना में 16 गुना ज्यादा रेल कर्मियों को हतोत्साहित कर रहा है विपक्ष
चक्रधरपुर। केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा की इस बार रेलवे बजट में झारखंड प्रदेश के लिए रिकार्ड बढ़ोतरी की है गई है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के थर्ड टर्म अर्थात 2024 25 में 7302 करोड़ राशि की एलॉट किया गया जो यूपीए सरकार तुलना में 16 गुना ज्यादा है। आज वे चक्रधरपुर रेल मंडल के डी आर एम सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों को जानकारी से रहे थे। उन्होंने कहा यू पी ए सरकार में झारखंड को रेलवे बजट में केवल 457 करोड़ मिलता था।
उन्होंने कहा की झारखंड प्रदेश के विकास के लिए 52885 करोड़ रुपया का इन्वेस्टमेंट किया जा रहा है जिसमे 57 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। झारखंड में लगभग शत प्रतिशत रेल लाइन को विद्युतीकरण किया जा चुका है। झारखंड प्रदेश में कई नए प्रोजेक्ट हाथ में लिए गए है।
सरकार के तीसरे कार्यकाल में धनबाद सोनझर, बंडामुंडा-रांची सहित अन्य कई रेल खंडों के थर्ड लाइन का काम पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा की झारखंड प्रदेश के रेल विकास में फंड की कमी नही होगी। जैसे जैसे काम आगे बढ़ता जाएगा वैसे वैसे फंड में भी बढ़ोतरी की जाएगी। झारखंड एक आकांक्षी राज्य है। यहां की हर योजनाओं को कड़ी मेहनत करके पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा की विपक्ष रेल के विकास में राजनीति न करे बल्कि रेल के विकास में सरकार का सहयोग करके रेल कर्मियों के मनोबल बढ़ाने के काम करे।
उन्होंने कहा की झारखंड में रेल के विकास के लिए राज्य सरकार से मिलकर काम करना पड़ता है। उन्होंने कहा की यूपीए के सरकार में केवल विकास की बातें कही जाती थी काम कुछ नही होता था। उन्होंने कहा की 2014 के पहले 35 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट होता था लेकिन इस वर्ष 2 लाख 62 हजार करोड़ का एलॉटमेंट दिया गया है। 7 वर्षों में 20 हजार किलोमीटर और 10 साल में 40 हजार किलोमीटर रेल लाइन विस्तार करने का काम किया गया है।
उन्होंने कहा की 1980 से ही रेल के विकास का काम किया गया रहता तो परिस्थितियां कुछ और होती। रेल मंत्री ने कहा की बिहार में भी रेल के क्षेत्र में अप्रत्याशित विकास हो रहा है। पहले बिहार में जहा रेल को 10 हजार 33 करोड़ रुपया की योजनाओं मिलती थी वही मोदी सरकार ने इसे लगभग साढ़े 33 हजार करोड़ रुपया बढ़ोतरी कर दिया है जो यूपीए सरकार की तुलना में 3 गुना ज्यादा है। वहीं प्रत्येक वर्ष जहां 60 से 65 किलोमीटर रेल लाइन के विस्तार किया जाता था अब इस सरकार में प्रत्येक वर्ष 107 किलोमीटर विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा की नीति और नियम सही हो तो काम आसानी से पूरा हो जाता है। उन्होंने कहा की बिहार में 92 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है।
कई नए प्रोजेक्टों पर भी काम हो रहा हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के रेल विकास के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा की बंगाल से कई वर्षों तक रेल मंत्री का प्रतिनिधित्व किया गया लेकिन रेल का विकास रफ्तार नही पकड़ी। जहां यूपीए सरकार में रेल बजट में प्रदेश को 4380 करोड़ रुपया मिलता था अब नरेंद्र मोदी की सरकार में 2024 25 में इसे बढ़ाकर 13 हजार 941 करोड़ रुपया कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल में कई नए प्रोजेक्टों के लिए 7 हजार करोड़ रुपया एलॉट किया गया हैं जिसमे मेट्रो रेल भी शामिल है। पश्चिम बंगाल में 100 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा की रेल के विकास में पश्चिम बंगाल सरकार राजनीति न कर विकास कार्य में सहयोग करे।
उन्होंने कहा की यूपीए सरकार में केवल वादे किए जाते थे, काम का परिणाम शून्य होता था। मोदी सरकार में योजनाओं को प्लानिंग के तहत पूरा किया जा रहा है।उन्होंने पत्रकारों के रेल सुरक्षा के बारे में पूछे गए प्रश्न पर उत्तर देते हुए कहा की रेल सुरक्षा का मुद्दा बहुत संवेदनशील है। सरकार रेल के हर क्षेत्र में सुरक्षा में एतिहात बरत रही है। चाहे वह टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन या ट्रेनिंग सभी क्षेत्रों में सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा की यूपीए सरकार की तुलना में रेल दुर्घटनाओं में 60 प्रतिशत कमी आई है। उन्होंने कहा की रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के संचालन में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी की है।
मोदी सरकार में 12 हजार स्पेशल ट्रेन चलाए गए। जबकि पहले केवल 5 से 6 सौ स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती थी। उन्होंने कहा की हाल ही समाप्त हुए प्रसिद्ध पूरी रथयात्रा के लिए कई स्पेशल ट्रेन चलाई गई वहीं अब कुंभ मेले की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा की पिछले साल 7 सौ करोड़ लोगों ने रेलयात्रा की है। उन्होंने कर्मचारियों की नियुक्ति के प्रश्न पर उत्तर देते हुए कहा की यूपीए सरकार की तुलना में 25 प्रतिशत ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। 2024 तक 1 लाख 30 हजार 581 लोगों को नौकरी दी गई है। एनुअल कैलेंडर में 32 हजार 603 रिक्रूटमेंट हो चुका है।
लोको पायलट , टेक्निशियन तथा ट्रैक मेंटेनरों की साइंटिफिक तरीके से नियुक्ति करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने रेल के विकास में होने वाले लैंड एक्यूजीशन में राज्य सरकारों को सहयोग करने की कामना की। इस अवसर पर चक्रधरपुर रेल मंडल के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर राजीव कुमार गुप्ता, डीसीएम देवराज बनर्जी और एसीएम बबन कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।