पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री वैभव बैंकर (IPS) द्वारा आज दिनांक 13 जून, 2025 को जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारियों एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारियों की ली गई मैराथन अपराध समीक्षा बैठक

बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में एक महत्वपूर्ण अपराध समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिले में लंबित अपराधों, मर्ग, गुमशुदा व्यक्तियों के मामले, एक वर्ष से अधिक समय से लंबित गंभीर अपराध, ऑपरेशन तलाश एनडीपीएस अधिनियम, आईटी अधिनियम और साइबर अपराध, महिलाओ से संबंधित अपराध, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, यातायात स्थिति, कानून और व्यवस्था, संवेदनशील पुलिसिंग, साइबर अपराध, एनडीपीएस, पॉक्सो अधिनियम और यातायात के प्रति जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन समीक्षा की गई।
बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा विशेष जोर पुराने लंबित अपराधों के निराकरण, लंबित चीटफंड एवं धोखाधड़ी के मामलो का निराकरण, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, लंबित पीड़ित मुआवजा योजनाओ को पूरा करने, वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों का पालन करने, लंबित शिकायतों, वर्दी और बेसिक पुलिसिंग के आदर्शों का पालन करने पर दिया गया। इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विश्वदीपक त्रिपाठी, वाड्रफनगर एसडीओपी श्री रामावतार ध्रुव, रामानुजगंज एसडीओपी श्री बाजीलाल सिंह, रक्षित निरीक्षक विमलेश कुमार देवांगन तथा जिले के सभी थाना एवं चौकी प्रभारी उपस्थित रहे।
बैठक केप्रमुख बिंदु
लंबित अपराधों की समीक्षा: पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में एक वर्ष से अधिक समय से लंबित गंभीर अपराधों की विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि लंबित मामलों को शीघ्रता से निपटाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं । साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि पीड़ितों को न्याय मिले और उनकी शिकायतों का त्वरित निपटारा किया जाए।
ऑपरेशन तलाश गुमशुदा व्यक्तियों के मामले: पुलिस अधीक्षक बलरामपुर ने कहा कि वर्तमान में गुमशुदा लोगों को दस्तयाब करने के लिए ऑपरेशन तलाश चलाया जा रहा है, जिले में गुमशुदा व्यक्तियों की अधिक से अधिक दस्तयाबी पर विशेष ध्यान दिया जाय। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि ऐसे मामलों को गंभीरता सेलिया जाए और गुमशुदा व्यक्तियों को ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास किए जाए। उन्होंने ऑपरेशन तलाश के तहत बच्चों की तलाश और उनके पुनर्वास पर भी जोर दिया।
एनडीपीएस अधिनियम और नशा मुक्ति अभियान: एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) अधिनियम के तहत होने वाले अपराधों की समीक्षा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी और उनके दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त एवं प्रभावी कार्रवाई की जाए। लगातार एनडीपीएस के प्रकरण में ज़ब्त वाहनों को राजसात एवं नशे के फाइनेंसियल इन्वेस्टीगेशन और बैकवर्डफॉरवर्ड लिंक पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने नशा मुक्ति अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए थाना प्रभारियों को निर्देश दिए।
साइबर अपराध और आईटी अधिनियम: साइबर अपराधों में हो रही वृद्धि को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने इस विषय पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से निपटनेbके लिए पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए और आम जनता को इसके प्रति जागरूक किया जाए। साइबर अपराध के नए ट्रेंड्स जैसे की म्यूल अकाउं ट, पॉइं ट ऑफ़ सेल इन्वेस्टीगेशन, सोशल इंजीनियरिंग, फेक APK, ओटीपी फ्रॉड जैसे अन्य साइबर मॉडस ऑपरेंडी पर चर्चाकर साथ ही, आईटी अधिनियम के तहत होने वाले अपराधों की त्वरित जांच और निपटान पर भी जोर दिया गया।
महिलाओ से संबंधित अपराध: महिलाओ के खिलाफ होने वाले अपराधों पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसे मामलों को प्राथमिकता दी जाए और पीड़ित महिलाओ को त्वरित न्याय सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने पॉक्सो (POCSO) अधिनियम के तहत होने वाले अपराधों की जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए।
निवारक निरोध: पुलिस अधीक्षक ने प्रतिबंधात्मक कार्यवाही (Preventive Detention) पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि संदिग्ध अपराधियों को गिरफ्तार करने और उन पर नजर रखने के लिए निवारक निरोध का उपयोग किया जाए। इससे अपराधों को रोकने मेंमदद मिलेगी और कानून-व्यवस्था बनाए रखनेमेंसहायता मिलेगी।
यातायात स्थिति और सुरक्षा: यातायात स्थिति की समीक्षा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। शराब पीकर वाहन चलाना, बिना हेलमेट और सीट बेल्ट, ट्रिपल सवारी, नाबालिग द्वारा वाहन चलाना, ओवरलोडिंग और ओवरस्पीडिंग में सुसंगत धराओ में कठोर व प्रभावी कार्यवाही करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने यातायात पुलिस को निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाए जाएं और दुर्घटनाओ को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।
कानून और व्यवस्था: पुलिस अधीक्षक ने जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन उन्होंने कहा कि इसमें कोई ढिलाई नहीं बरती जाए उन्होंने संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती और गश्त को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
पुलिसिंग के आदर्श और अनुशासन: पुलिस अधीक्षक ने पुलिस कर्मियों से अनुशासन बनाए रखने और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों का पालन करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिसिंग के आदर्शों का पालन करते हुए जनता की सेवा की जाए। साथ ही, उन्होंने वर्दी और पुलिस की अच्छी छवि को बनाए रखने पर भी जोर दिया।
लंबित शिकायतों का निराकरण: पुलिस अधीक्षक ने लंबित शिकायतों को शीघ्रता से निपटाने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और उनका त्वरित निराकरण किया जाए।
पीड़ित मुआवजा योजना: पीड़ित मुआवजा योजना के तहत लंबित मामलों को पूरा करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को उनका हक शीघ्रता से मिलेऔर उन्हें न्याय सुनिश्चित किया जाए।
साइबर अपराध, एनडीपीएस और पॉक्सो अधिनियम केप्रति जागरूकता: पुलिस अधीक्षक ने साइबर अपराध, एनडीपीएस और पॉक्सो अधिनियम के प्रति जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम जनता को इन कानूनों के बारे में जानकारी दी जाए और उन्हें अपराधों से बचने के लिए सचेत किया जाए।
पुलिस अधीक्षक का संदेश: बैठक के अंत में पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर ने सभी पुलिस कर्मियों से निर्देशित किया कि वे अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करें और जनता की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य जनता की सुरक्षा और उन्हें न्याय दिलाना है। इसके लिए अनुशासन, ईमानदारी और मेहनत आवश्यक है।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य जिले को अपराध-मुक्त बनाना है। इसके लिए हमें ख़ुद ऐक्टिव रहकर मिलकर एक टीम भावना से काम करना होगा और हर स्तर पर अपराधों को रोकने के लिए प्रयास करना होगा। हमें जनता का विश्वास जीतना है और ऐसी कोई घटना घटित ही नहीं होगी उस तरह जानता को सुरक्षित महसूस कराना है।