छत्तीसगढ़

ब्लैक डायमंड विस्फोटक फैक्ट्री के विरुद्ध कांग्रेस की हुँकार

शिव शर्मा, उस्मान बेग के नेतृत्व में गरजा विरोध,

जनआंदोलन की दी चेतावनी,ग्रामीणों का भारी समर्थन

घरघोड़ा – सांसद के गृहग्राम में लगने वाली ब्लैक डायमंड एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड की प्रस्तावित विस्फोटक फैक्ट्री के खिलाफ अब विरोध की चिंगारी शोला बनती जा रही है। कांग्रेस ने खुलकर मोर्चा संभाल लिया है और गांव-गांव जाकर इसे जनविरोधी, अवैध और पर्यावरण के लिए घातक करार दिया है। विधायक लालजीत सिंह राठिया के निर्देश पर शिव शर्मा और उस्मान बेग के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल प्रभावित गांवों में पहुंचा और ग्रामीणों के आक्रोश को जाना।

फैक्ट्री के खिलाफ कांग्रेस का जनसंपर्क अभियान, गांवों में भड़का आक्रोश

कांग्रेस नेता शिव शर्मा उस्मान बेग और कांग्रेसियों ने छर्राटांगर, डोकरबुड़ा, राबो समेत कई गांवों का दौरा किया और ग्रामीणों से मुलाकात कर इस विवादास्पद परियोजना की सच्चाई जानी। कांग्रेस नेताओं ने इसे संविधान की पांचवीं अनुसूची और पेसा अधिनियम 1996 का खुला उल्लंघन बताया और कहा कि बिना ग्रामसभा की सहमति के यह परियोजना थोपी जा रही है, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

नेताओं का जमीनी दौरा, उठाए गंभीर सवाल

कांग्रेस नेताओं ने प्रस्तावित स्थल का भी दौरा किया, जहां पेड़ों की कटाई, समतलीकरण और जेसीबी से खुदाई का कार्य जारी है। शिव शर्मा उस्मान बेग ने कहा कि विरोध के बावजूद कंपनी ने अवैध तरीके से निर्माण कार्य जारी रखा है, जो सीधे-सीधे कानून का उल्लंघन है। विस्फोटक नियम 2008 के तहत इस फैक्ट्री के लिए जरूरी सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अगर यह फैक्ट्री बनी, तो न सिर्फ गांव की मिट्टी, पानी और हवा जहरीली होगी, बल्कि कृषि, पशुपालन और हजारों ग्रामीणों की आजीविका पर संकट आ जाएगा।

प्रशासन पर पक्षपात का आरोप, उग्र आंदोलन की चेतावनी

कुछ दिन पहले ही भारी संख्या में ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया था और एसडीएम पर ब्लैक डायमंड कंपनी के पक्ष में काम करने का गंभीर आरोप लगाया था। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रशासन की चुप्पी और सांसद की निष्क्रियता से जनता में रोष है।

कांग्रेस नेता शिव शर्मा और उस्मान बेग ने हुंकार भरते हुए कहा,
“अगर यह जनविरोधी फैक्ट्री बंद नहीं हुई, तो कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। जल्द ही महापंचायत बुलाई जाएगी और जरूरत पड़ी तो चक्का जाम व उग्र आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे।”

अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस विस्फोटक फैक्ट्री को लेकर क्या फैसला लेता है। अगर जनता की आवाज को दबाने की कोशिश हुई, तो कांग्रेस का विरोध अग्निपथ पर जाने से कोई नहीं रोक सकता!

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