महेंद्र प्रताप सिंह राणा हाउस अरेस्ट: करणी सेना आंदोलन से पहले पुलिस की एहतियाती कार्रवाई

Highlights
- करणी सेना के सैन्य प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह राणा को 7 दिसंबर 2025 को हाउस अरेस्ट किया गया
- रायपुर में करणी सेना के प्रस्तावित आंदोलन को देखते हुए पुलिस की एहतियाती कार्रवाई
- लाखों फॉलोअर्स और व्यापक जनसमर्थन को ध्यान में रखते हुए कदम उठाया गया
- राणा का हालिया वीडियो सोशल मीडिया पर 800+ बार शेयर, लाखों व्यू
- करणी सेना से जुड़े अन्य पदाधिकारियों को भी रास्ते में रोककर पूछताछ
क्या है मामला?
छत्तीसगढ़ में करणी सेना के सैन्य प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और “सिपाही” प्रमुख महेंद्र प्रताप सिंह राणा को 7 दिसंबर 2025 की सुबह पुलिस प्रशासन ने हाउस अरेस्ट/नजरबंद कर दिया। यह कार्रवाई रायपुर में करणी सेना के तय आंदोलन से पहले एहतियातन की गई।
एहतियाती कार्रवाई क्यों हुई? (WHY)
पुलिस प्रशासन ने बताया कि राणा की व्यापक लोकप्रियता, उनके समर्थकों की बड़ी संख्या और आंदोलन की संवेदनशीलता को देखते हुए यह कदम उठाया गया।
6 दिसंबर की शाम से ही प्रशासन को निगरानी के आदेश जारी कर दिए गए थे।
राणा का वायरल वीडियो भी वजह
4 दिसंबर को जारी राणा का एक लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।
- वीडियो को 800 से अधिक बार फॉरवर्ड किया गया
- लाखों लोगों ने देखा
- संदेश में उन्होंने पुलिस यूनिफॉर्म और नारी अस्मिता—दोनों के सम्मान की बात कही थी
- उन्होंने कहा था कि “रक्षक और नारी—दोनों का सम्मान सर्वोपरि है, विवादित मामलों की निष्पक्ष जांच आवश्यक है”
उनकी स्पष्ट राष्ट्रवादी सोच और देशभक्ति को लेकर उनका बड़ा जनसमर्थन माना जाता है।
“सिपाही रक्षासूत्र” कार्यक्रम की लोकप्रियता
महेंद्र प्रताप सिंह राणा अपने राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम “सिपाही-रक्षासूत्र” के लिए देशभर में जाने जाते हैं।
अब तक वे 27,92,000 सैनिकों को छत्तीसगढ़ की मिट्टी से तिलक कर चुके हैं और रक्षासूत्र सेना मुख्यालय तक पहुंचा चुके हैं।
इन्हीं जनसंपर्क अभियानों ने उनके प्रभाव को और बड़ा बनाया है।
कौन-कौन प्रभावित हुआ? (WHO / WHERE)
- राणा को सुबह से ही उनके घर में नजरबंद किया गया
- राज्य में कई करणी सेना पदाधिकारियों को पुलिस ने रास्ते में रोककर पूछताछ की
- रायपुर सहित कई जिलों में पुलिस सतर्क मोड में है
प्रशासन क्या कह रहा है? (WHAT / HOW)
पुलिस का कहना है कि
- यह कार्रवाई रायपुर आंदोलन से पहले शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई
- राणा का सैन्य पृष्ठभूमि और सम्मान को देखते हुए सम्मानजनक तरीके से कार्रवाई हुई
- उद्देश्य किसी टकराव को रोकना है
महेंद्र प्रताप सिंह राणा का हाउस अरेस्ट प्रदेश में राजनीतिक-सामाजिक हलचल बढ़ा सकता है। आंदोलन की पृष्ठभूमि, राणा की लोकप्रियता और वायरल वीडियो को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना है। आगे पुलिस और करणी सेना की प्रतिक्रिया पर स्थिति निर्भर करेगी।





