छत्तीसगढ़

मुडागांव में जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए ऐतिहासिक निर्णय

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छत्तीसगढ़ के तमनार ब्लॉक के ग्राम मुडागांव में एक महत्वपूर्ण सभा का आयोजन किया गया, जिसमें तमनार ब्लॉक के सभी जनप्रतिनिधियों, डीडीसी (जिला विकास समिति), बीडीसी (ब्लॉक विकास समिति), सरपंच, पंच, उपसरपंच और गांव के गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। इस सभा में सर्वसम्मति से एक ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय लिया गया कि ग्राम मुडागांव की जल, जंगल और जमीन को कोयला खदान, पावर प्लांट या किसी अन्य औद्योगिक कार्य के लिए नहीं दिया जाएगा। यह निर्णय क्षेत्र की पर्यावरणीय, सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।



मुडागांव में आयोजित इस सभा का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में बढ़ते औद्योगिक दबाव और प्राकृतिक संसाधनों के दोहन को लेकर चर्चा करना था। तमनार ब्लॉक, जो कोयला खनन और औद्योगिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है, में स्थानीय समुदाय लंबे समय से अपनी जमीन, जंगल और जल स्रोतों के नुकसान को लेकर चिंतित रहा है। कोयला खदानों और पावर प्लांट्स के कारण पर्यावरणीय क्षति, विस्थापन और आजीविका का नुकसान स्थानीय लोगों के लिए प्रमुख मुद्दे बन गए हैं। इस सभा में इन सभी मुद्दों पर गहन चर्चा की गई
सभा में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने एकमत होकर यह निर्णय लिया कि:

1.  जल की रक्षा : गांव के जल स्रोतों, जैसे नदियों, तालाबों और भूजल को औद्योगिक गतिविधियों के लिए उपयोग नहीं करने दिया जाएगा। जल की शुद्धता और उपलब्धता को बनाए रखने के लिए सामुदायिक प्रयास किए जाएंगे।

2. जंगल की रक्षा : क्षेत्र के जंगलों, जो स्थानीय जैव-विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र का आधार हैं, को कोयला खदानों या अन्य औद्योगिक परियोजनाओं के लिए नहीं काटा जाएगा। जंगलों को संरक्षित करने के लिए सामुदायिक जागरूकता और निगरानी को बढ़ावा दिया जाएगा।

3. जमीन की रक्षा : ग्रामीणों की कृषि भूमि और अन्य जमीन को किसी भी औद्योगिक परियोजना, जैसे कोयला खदान या पावर प्लांट, के लिए नहीं दिया जाएगा। यह निर्णय स्थानीय लोगों की आजीविका और खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करना
इस निर्णय के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण थे:

– पर्यावरण संरक्षण : कोयला खदानों और पावर प्लांट्स से होने वाला वायु, जल और मिट्टी प्रदूषण क्षेत्र के पर्यावरण को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। जंगलों का विनाश और जल स्रोतों का प्रदूषण स्थानीय समुदाय के लिए खतरा बन गया है।

– आजीविका की सुरक्षा : अधिकांश ग्रामीण अपनी आजीविका के लिए कृषि और जंगल पर निर्भर हैं। औद्योगिक परियोजनाओं के कारण जमीन और संसाधनों का नुकसान उनकी आजीविका को खतरे में डाल रहा है।

– सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान : मुडागांव और तमनार ब्लॉक के निवासियों की संस्कृति और जीवनशैली प्रकृति के साथ गहराई से जुड़ी हुई है। जल, जंगल और जमीन का संरक्षण उनकी पहचान को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

– विस्थापन का विरोध : औद्योगिक परियोजनाओं के कारण होने वाला विस्थापन और पुनर्वास की अपर्याप्त व्यवस्था स्थानीय समुदाय के लिए अस्वीकार्य है।

– सामुदायिक एकता : सभा में यह जोर दिया गया कि जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए सामुदायिक एकता और सहयोग आवश्यक है। सभी ग्रामीणों से अपील की गई कि वे इस निर्णय का समर्थन करें और किसी भी बाहरी दबाव के खिलाफ एकजुट रहें।

– कानूनी और नीतिगत सहायता : कुछ जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि इस निर्णय को और मजबूत करने के लिए कानूनी और नीतिगत सहायता ली जाए। पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कानूनों और नीतियों का उपयोग करके औद्योगिक परियोजनाओं को रोका जा सकता है।

– जागरूकता अभियान : सभा में यह भी तय किया गया कि ग्रामीणों के बीच पर्यावरण संरक्षण और अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाए जाएंगे।

इस सभा के बाद, मुडागांव और तमनार ब्लॉक के अन्य गांवों में इस निर्णय को लागू करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसमें निम्नलिखित कदम शामिल हो सकते हैं:
– ग्राम सभाओं और पंचायतों के माध्यम से इस निर्णय को औपचारिक रूप देना। – जिला और राज्य प्रशासन को इस निर्णय से अवगत कराना और उनकी सहमति प्राप्त करना। – पर्यावरण संगठनों और गैर-सरकारी संगठनों के साथ सहयोग करके तकनीकी और कानूनी सहायता प्राप्त करना। – स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित करके पर्यावरण निगरानी समितियों का गठन करना।

मुडागांव में 25 अगस्त 2025 को लिया गया यह निर्णय न केवल स्थानीय समुदाय के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक मिसाल है। यह दिखाता है कि सामुदायिक एकता और दृढ़ संकल्प के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा और सतत विकास को बढ़ावा दिया जा सकता है। यह कदम न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि स्थानीय समुदाय अपनी आजीविका और सांस्कृतिक पहचान को बचाने के लिए कितने सजग और सक्रिय हैं।

इस खबर को और व्यापक बनाने के लिए, यदि आप चाहें तो मैं विशिष्ट बिंदुओं को और विस्तार दे सकता हूं या इसे किसी विशेष दृष्टिकोण (जैसे पर्यावरण, सामाजिक, या कानूनी) से और गहराई से लिख सकता हूं। कृपया अपनी प्राथमिकता बताएं!

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