छत्तीसगढ़

जन्माष्टमी महोत्सव को लेकर यादव समाज की बैठक सम्पन्न, भव्य शोभा यात्रा व भंडारे का होगा आयोजन

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कृष्णा के रंग में रंगेगा रायगढ़, समाज की बैठक में बनी रूपरेखा

यादव धर्मशाला में जन्माष्टमी आयोजन को लेकर बनी आयोजन समिति, सौंपी गई जिम्मेदारियाँ

रायगढ़ – रायगढ़ यादव समाज द्वारा आगामी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन रविवार को गौशाला रोड स्थित सामुदायिक भवन में किया गया। बैठक में समाज के वरिष्ठजन, महिला सदस्य एवं युवा वर्ग की सक्रिय भागीदारी रही।



बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 16 अगस्त 2025 को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की पूजा-अर्चना की जाएगी और 17 अगस्त को दोपहर 2 बजे रामलीला मैदान से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के उपरांत भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें शहरवासियों को प्रसाद वितरित किया जाएगा।

कार्यक्रम की सफल व्यवस्था हेतु विभिन्न पदों पर जिम्मेदारियां सौंपी गईं। यादव समाज के द्वारा श्री कृष्णा जन्मोत्सव के लिए अध्यक्ष के रूप में आशीष यादव का चयन किया गया, वहीं संयोजक अमित यादव, कोषाध्यक्ष शिवा यादव, सचिव ज्योति यादव, उपाध्यक्ष  हुकुमचंद यादव व छवि यादव  बनाए गए। मीडिया प्रभारी और प्रवक्ता की जिम्मेदारी श्रीपाल यादव को दी गई।



इस बार महिला वर्ग की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है। महिला अध्यक्ष संगीता यादव, महिला उपाध्यक्ष नीलू यादव व सरोजिनी यादव, कोषाध्यक्ष ममता यादव, सचिव रामलीला यादव व सरस्वती यादव और महिला प्रचार प्रमुख के रूप में नीलू यादव को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

श्री कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम के लिए  जतिराम यादव, गणेश यादव ,डॉक्टर बी .पी .गोपाल यादव, शिव यादव, मातादीन यादव ,वासुदेव यादव ,शाखा यादव, विकास ठेठवार ,लालचंद यादव ,चमेली यादव, विजय यादव संदीपकोका यादव और अजय यादव संरक्षक बनाया गया।



इस अवसर पर यादव समाज के प्रमुख गणमान्य नागरिकों में दुर्गेश यादव, खुशीराम यादव, नरूद यादव, अजय यादव, सुनीता यादव, अभिषेक यादव, गोविंदराम यादव, लखन यादव, मोहन यादव, राज यादव, गोपाल यादव, शुभम यादव, रमेश यादव, दिनेश यादव, देव यादव, सरिता यादव, रवि यादव, बिरजू यादव, ज्योतिलाल यादव, मुरलीधर यादव, रामसिंह यादव, संतोषी यादव, ममता यादव, सहोद्रा यादव, शकुन यादव, लालचंद यादव व विजय यादव सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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बैठक में यह भी तय किया गया कि समाज के एकजुटता और सांस्कृतिक मूल्यों को जनमानस तक पहुँचाने के लिए इस महोत्सव को भव्य और अनुशासित तरीके से आयोजित किया जाएगा।

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