
महासुदर्शन होमम,नित्य प्रणयानयनम व ,तीर्थ में उमड़े श्रद्धालु
चक्रधरपुर ,संवादाता चक्रधरपुर के पांच मोड़ स्थित प्रसिद्ध भगवान वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर में मंगलवार को 42वां पंचहनिका ब्रह्मोत्सव के दूसरे दिन विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। दूसरे दिन पंडित अलंकार सम्राट श्री श्री श्री अनंत नारायण्याचुलु , पंडित राम कामेश्वर राव ,काली त्रिमल राव, और आर विष्णु तेजा के सानिध्य में तिरुपति से आए पुजारी प्रातः 6 बजे से मंदिर प्रांगण में सुप्रभातम, नादस्वरम, विश्वकेशना,आराधना, शीतला शुद्धि करनम, पुण्यवाचनाम, वास्तु होमम,अग्नि प्रतिष्ठा, गरुड़ प्रतिष्ठा, ध्वजारोहणम कार्यक्रम विधिवत रूप से सम्पन्न हुए।
9 बजे से महासुदर्शन होमम, विशेष होमम, नित्य पूर्णाहुति, तीर्थ प्रसादालु कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुएं। एवंअवसर पर पंडित अनंत नारायण्याचुलु और आर विष्णु तेजा ने कहा कि । देश में मौजूदा हालात को देखते हुए और श्री वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर का 42 वें पंचाहनिका वार्षिक ब्रह्मोत्सव और श्री गणेश।मंदिर के दूसरे स्थापना दिवस के अवसर पर देश में बाहरी ताकतों को रोकने, विश्व कल्याण और लोगों के स्वास्थ्य कुशल और सम्पन्न जीवन की कामन के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
19 से 23 मई तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में लोगों की शामिल होकर पुण्य का भागी बनने का आह्वान किया है। मंगलबार शाम को सहस्र दीपालकारना सेवा, आलया उत्सवम, उजला सेवा तीर्थ प्रसादालु के साथ दूसरे दिवस का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
20 मई को ब्रह्मोत्सव के शुभारंभ में डीआरएम तरुण हुरिया अपने धर्मपत्नी संग बालाजी मंदिर पहुंचे। जहां पर पंडितों ने मंत्रोच्चार से स्वागत किए। तत्पश्चात डीआरएम बालाजी भगवान का दर्शन किए तथा पूजा में बैठे। जहां पर पंडितों ने मंत्रोच्चार कर पूजा किया और संकल्प दिलाया।
तिरुपति से आए पुजारियों का दल पूजा अनुष्ठान को पारंपरिक रुप से वैदिक मंत्रोच्चारण से साथ संपन्न कराया। इसके अलावा तिरुपति से आए रसोईया द्वारा भगवान बालाजी का भोग और प्रसाद बनाने में जुट हुए है। आंध्रा एसोसिएशन के अध्यक्ष केकेटी राव ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस साल भी धूम-धाम से भगवान बालाजी का ब्रह्मोत्सव मनाया जा रहा है। । इसमें चक्रधरपुर और चाईबासा सहित देश के कोने-कोने से भगवान बालाजी के भक्त पहुंच रहे है