15 जुलाई को मौसीबाड़ी आदि दुर्गा मंदिर से निकलेगा भगवान जगन्नाथ का बाहुड़ा रथ यात्रा
खीर खिचड़ी और पकवानों से मौसीबाड़ी आदि दुर्गा मंदिर में हो रहा है भगवान जगन्नाथ और उनके भाई बहन का जमकर खातिरदारी
चक्रधरपुर। चक्रधरपुर के ऐतिहासिक पुराना बस्ती दो दिवसीय बाहुड़ा रथ यात्रा 15 जुलाई को निकाली जाएगी। भगवान अपने भाई बलभद्र , बहन सुभद्रा के साथ आदिदुर्गा मंदिर मौसी बाड़ी में विराज मान है।
इसको लेकर मौसीबाड़ी अर्थात आदि दुर्गा मंदिर में काफी चहल पहल है। भगवान जगन्नाथ के मौसी बाड़ी में मौजूदगी के नौ दिन में तरह तरह के आयोजन हो रहे हैं। श्रद्धालु प्रत्येक दिन पारंपरिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूजा पाठ, भोग, वस्त्र इत्यादि दान कर भगवान से अपनी मन्नत मांग रहे है।
शनिवार को मंदिर में खिचड़ी, सब्जी , खीर के प्रसाद का आयोजन किया गया। जिसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया। शनिवार सुबह से ही भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लग गया था। कोई लड्डू का भोग, तो कोई फल मूल , पीठा का भोग लगा रहा है भगवान को प्रसन्न करने में लगा है।
कई श्रद्धालु भगवान को वस्त्र अर्पण कर अपने परिवार के सुख समृद्धि का मन्नत मांग रहा है। कई श्रद्धालु मंदिर के बाहर खड़े रथ पर माथा टिका कर सुख और शान्ति की कामना कर रहा है। कई श्रद्धालु रथ के रस्सी का स्पर्श कर तो कोई रस्सी से निकले तिनके को नोच कर अपनी समृद्धि के लिए उसे अपने मनी पर्स में डाल रहा है।
मंदिर के पुजारी मुरारी मोहन मिश्र श्रद्धालुओं के चढ़ावे को भगवान को अर्पित करने में जुटे है। भगवान जगन्नाथ और उनके भाई बहन का मौसी बाड़ी में जमकर खातिर की जा रही है। प्रत्येक दिन तरह तरह के पकवान भगवान को चढ़ाए जा रहे है। पंचमी के दिन हुए हेरा पंचमी को बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया।
उस दिन गुस्साए माता लक्ष्मी के भगवान का रथ तोड़ने की परंपरा को बखूबी निभाया गया । इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल हुए। पुजारी मुरारी मोहन मिश्र ने कहा की पुराना बस्ती बाहुड़ा रथ यात्रा 15 जुलाई को मौसी बाड़ी आदि दुर्गा माता मंदिर से रथ प्रस्थान करेगा और यह 16 जुलाई को पुराना बस्ती सीढ़ी घाट स्थित जगन्नाथ मंदिर पहुंचेगा।