
ग्रामीणों की सतर्कता से 06 गौवंश मुक्त, दो तस्कर गिरफ्तार
जशपुर। जशपुर जिले में गौ तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन शंखनाद’ के तहत पुलिस ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। ग्रामीणों की सूचना पर चौकी मनोरा पुलिस ने 06 गौवंशों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामला चौकी मनोरा क्षेत्र का है, जहां आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 4, 6, 10 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11(1)(क)(घ) के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
- दिनेश टोप्पो (50), निवासी ग्राम धासमा पेरवाटोली, थाना आस्ता, जिला जशपुर
- लालदेव उराव (55), निवासी ग्राम धासमा पेरवाटोली, थाना आस्ता, जिला जशपुर
750 से अधिक गौवंशों की तस्करी नाकाम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में अब तक 750 से अधिक गौवंशों को तस्करों के कब्जे से मुक्त कराया जा चुका है। पुलिस की इस मुहिम में ग्रामीण भी बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं और समय पर सूचनाएं देकर पुलिस की कार्रवाई को सफल बना रहे हैं।
घटना का विवरण 17 फरवरी 2025 की सुबह ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि कुछ व्यक्ति ग्राम काटाबेल के सिलफिरि डेम मार्ग से 06 गौवंशों को क्रूरता से पीटते हुए झारखंड ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर चौकी मनोरा पुलिस ने सिलफिरि डेम के पास घेराबंदी कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और गौवंशों को मुक्त कराया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने ये गौवंश ग्राम धासमा के एक व्यक्ति से खरीदे थे और झारखंड ले जा रहे थे। पुलिस अब उस व्यक्ति की भूमिका की भी जांच कर रही है।
पुलिस टीम की अहम भूमिका इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी मनोरा उपनिरीक्षक दिनेश पुरैना, प्रधान आरक्षक एडवर्ड जेम्स, आरक्षक रविन्द्र पैंकरा और रोशन पैंकरा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एसएसपी का बयान एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा, “ग्रामीणों की सतर्कता और सहयोग से पुलिस ने 06 गौवंशों को तस्करों के कब्जे से मुक्त कराया है। ‘ऑपरेशन शंखनाद’ के तहत हमारी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।”