
रायपुर के मेकाहारा (पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल) में फायर ब्रिगेड और SDRF की संयुक्त मॉकड्रिल में आग के बीच मरीजों को बचाने की रोमांचक प्रैक्टिस की गई। इस दौरान अस्पताल की छत पर फायर फाइटर्स ने अपनी जान जोखिम में डालकर मरीज को सुरक्षित बाहर निकाला। यह मॉकड्रिल अस्पताल और ऊंची इमारतों में आग लगने के दौरान आने वाली आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी के लिए की गई।
मॉकड्रिल का रोमांचक प्रदर्शन
मॉकड्रिल के दौरान, आग लगने की स्थिति में फंसे मरीजों को बचाने का प्रदर्शन किया गया। फायर फाइटर्स स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को ऊंचाई से सुरक्षित नीचे लाने के लिए रोप सिस्टम का इस्तेमाल करते नजर आए। आग से बचाव की इस प्रैक्टिस में फायर ब्रिगेड, SDRF और NDRF की संयुक्त टीमों ने अपने तकनीकी कौशल और सामंजस्य का प्रदर्शन किया।
आपात स्थिति के लिए तैयारी
इस मॉकड्रिल का उद्देश्य अस्पताल जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों और ऊंची इमारतों में आग लगने के बाद आने वाली समस्याओं को समझना और उनसे निपटने की क्षमता को मजबूत करना था। टीमों ने यह भी अभ्यास किया कि किसी बड़ी आगजनी में मरीजों और अन्य लोगों को किस तरह सुरक्षित और त्वरित तरीके से रेस्क्यू किया जा सकता है।
आग बुझाने और बचाव की तकनीक
- मॉकड्रिल में अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया गया।
- फायर फाइटर्स ने छत पर पहुंचकर आग बुझाने और मरीज को सुरक्षित निकालने की रणनीति बनाई।
- रोप सिस्टम और स्ट्रेचर का कुशल इस्तेमाल कर मरीज को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
सुरक्षा के लिए संदेश
मॉकड्रिल के अंत में अधिकारियों ने आपातकालीन स्थितियों में सतर्कता और सुरक्षा उपकरणों के इस्तेमाल की आवश्यकता पर जोर दिया। अस्पताल प्रशासन ने भी इस तरह की तैयारी को नियमित रूप से करने की बात कही, ताकि भविष्य में किसी भी वास्तविक स्थिति से निपटने में कोई चूक न हो।
यह मॉकड्रिल रायपुर में आपदा प्रबंधन और बचाव टीमों की तत्परता को दर्शाता है, जिससे आग जैसी घटनाओं में जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।