मंईया सम्मान योजना और कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम रहा एक बड़ा फैक्टर
चक्रधरपुर। झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड एंप्लॉय फेडरेशन (JHAROTEF) के सोशल मीडिया प्रभारी राकेश कुमार ने कहा है कि विधानसभा चुनाव 2024 की मतगणना तकरीबन समाप्त हो चुकी है और इस पूरे चुनाव की मतगणना से यह स्पष्ट है कि झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को झारखंड में एक बार फिर से पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ है।
इस बार केवल पूर्ण बहुमत ही प्राप्त नहीं हुआ है बल्कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस बार पिछली बार से जीती हुई सीटों से अपनी बढ़त बनाई है और उनका वोट प्रतिशत भी बड़ा है।
राकेश कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था और उन्होंने 14 लोकसभा में से पांच लोकसभा में जीत दर्ज की थी और तब से अब तक लगातार यह जीत का सिलसिला जारी है। पर सोचने वाली बात यह है कि जब पूरे देश में लगातार एनडीए सरकार को प्रचंड बहुमत मिल रहा है
आज ही के दिन जब महाराष्ट्र विधानसभा मतगणना हो रही है उतनी बड़ी विधानसभा में भी एनडीए को प्रचंड बहुमत प्राप्त हुआ है तो फिर ऐसा क्या है झारखंड में एनडीए नहीं कर पाई जबकि उसने यहां पर कई प्रयोग किए, कई राज्यों के अपने मुख्यमंत्री को कैंपेन के लिए बुलाया, कई केंद्रीय स्तर के नेता कैंपेन कर रहे थे, कई सारे मुद्दे उन्होंने उठाए फिर भी वह कमाल झारखंड में क्यों नहीं हो सका यह सोचने वाली बात है।
इस समय जहां एक ओर झामुमो के गठबंधन की सरकार की कई कल्याणकारी और जन सरोकार की नीतियों को जाता है तो उसका एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा सरकारी कर्मचारी भी रहे हैं। झारखंड सरकार ने पिछली विधानसभा में पुरानी पेंशन बहाली का वादा किया था जिसे उन्होंने वर्ष 2022 में निभा दिया और जिसके कारण कर्मचारियों के हृदय में उनके प्रति अपार आभार रहा, इसके साथ ही इस बार के चुनाव में भी कर्मचारियों के कई अहम मुद्दों को समूहों ने अपने मेनिफेस्टो में जगह दी जैसे कि शिक्षकों के एमएसीपी, जनसेवकों के कार्य दशा में सुधार, लिपिकों की समान नियमावली और कई प्रकार के मुद्दे।
इस संबंध में झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड एंप्लॉय फेडरेशन (jharotef) के मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार राय तथा डॉक्टर शिवानंद काशी ने बताया कि हेमंत सरकार ने कर्मचारियों के कई जटिल मुद्दों का समाधान संवाद एवं समन्वय के माध्यम से निकाला है, ओल्ड पेंशन स्कीम, कैशलेस मेडिकल, चाइल्ड केयर लीव जैसी कर्मचारियों के कई बड़ी मांग पूरी हो चुकी है
वहीं सत्ता रुढ दल ने अपने घोषणा पत्र में भी शिक्षक संवर्ग को MACP सहित कई महत्वपूर्ण मांग को जगह दिया है।
यह दर्शाता है कि वर्तमान सरकार कर्मचारियों के मुद्दों को लेकर गंभीर है कर्मचारियों ने भी इस चुनाव में अपने मुद्दे पर वोट किया है जो पोस्टल बैलेट के परिणाम से स्पष्ट दिखाई पड़ता है।