पुलिस के डंडे से एसडीओ और सबइंजीनियर की पिटाई, जनपद के आक्रोशित कर्मचारियों ने आफिस का गेट बंद कर ठेकेदार को पीटा
राजपुर। बलरामपुर जिले के राजपुर जनपद में बलरामपुर के ठेकेदार ने पुलिस का धोस दिखाते हुए पुलिस के डंडे से जनपद कार्यालय में एसडीओ और सबइंजीनियर को चेक काटने के नाम पर जमकर पिटाई कर दी। जनपद पंचायत के आक्रोशित अधिकारी-कर्मचारियों ने कार्यालय का मेन गेट बंद कर ठेकेदार को जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने ठेकेदार के विरुद्ध केस दर्ज कर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद सीने में दर्द होने के कारण जिला अस्पताल बलरामपुर रेफर किया। लगातार मारपीट, चोरी की घटनाओं के देखते हुए आक्रोशित जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
जनपद पंचायत के एसडीओ धर्मेंद्र गुप्ता और सबइंजीनियर सुनील टोप्पो ने जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी, सरपंच, सचिव, जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों के साथ थाना पहुंच केस दर्ज कराया कि बुधवार को शाम करीब चार बजे जनपद पंचायत कार्यालय में शासकीय कार्य कर रहा था। बलरामपुर निवासी राजेश सिंह ठेकेदार कार्यालय में अपने और सहयोगियों के साथ पहुंचकर जातिगत गाली गलौज करते हुए पुलिस वाला डंडा से 20-25 डंडा मारा और शासकीय फाइल, दस्तावेज को फाड़ दिया और जान से मारने की धमकी दिया। ठेकदार ने गुस्से में एसडीओ धर्मेंद्र गुप्ता को पटक-पटक कर मारा जिससे पुलिस वाल डंडा टूट गया, मारपीट के दौरान नीलेश गुप्ता ने बीचबचाव किया तो उसे भी पीटा। गोपालपुर में ठेकेदार के द्वारा 1 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत से बालिका छात्रावास बनाया जा रहा है। कार्य को एक साल में पूर्ण कर हैंडओवर करना था मगर आज तीन साल में पूर्ण नही हुआ। उप निरीक्षक दिनेश राजवाड़े ने बताया कि ठेकेदार राजेश सिंह और अन्य दो सहयोगी के विरुद्ध धारा 294, 506, 323, 353, 332, 186, 34, एट्रोसिटी एक्ट की धारा 3 (1), 2 (ध) के तहत केस दर्ज किया।
थाना प्रभारी के प्रति जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधियों में आक्रोश, किया प्रर्दशन
राजपुर जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधियों ने कहा कि राजपुर थाना प्रभारी जब से यहां पदस्थ हुए है अधिकारी-कर्मचारी, आमजनता परेशान हैं। थाना प्रभारी की मिली भगत से ठेकेदार पुलिस का डंडा लेकर शासकीय कार्यालय में पहुंचकर एसडीओ और सबइंजीनियर के साथ मारपीट किया। आश्चर्य की बात यह है कि ठेकेदार को पुलिस का डंडा कैसे मिला। एक दिन पहले भी ठेकेदार के सहयोगी के द्वारा महुआपरा होटल में एक यादव को भी सड़क पर मारपीट किया था। यहां की पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से थाना प्रभारी को तत्काल हटाने की मांग की है।