रानी के नेतृत्व में महिलाओं का दिखा संख्याबल
रायगढ़ सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को लेकर किये गए भारत बंद के समर्थन में समाजसेवी लीडर रानी चौहान के नेतृत्व में हजारों महिलाओ का दल शामिल होकर खुले मंच में अपना पक्ष रखा,रानी चौहान ने कहा हम अपना अधिकार लेकर रहेंगे तानासाही नही सहेंगे।
आज सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को लेकर हाल ही में दिए गये,निर्णय के विरुद्ध भारत बंद का आह्वान किया गया था। यह बंदी अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति क्रियानुष्ठान कमिटी के आह्वान पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति संगठनों द्वारा किया गया था।
इसका असर पूरे जिले में कहीं आंसिक और कहीं पूर्ण रूप से देखा गया। वही इस आंदोलन में शहर की सक्रिय समाजसेवी और लीडर महिला रानी चौहान का भी शक्ति प्रदर्शन देखा गया,किसी आंदोलन में पहली बार महिलाओं का संख्याबल इतना दिखाई पड़ा,सभी की नजर रानी चौहान और उनके महिला टीम पर थी ऐसा लग रहा था मानो कोई एम एल ए या मंत्री दल बल के साथ पहुँचे हो।उनकी जबरदस्त उपस्थिति से उनका कद और भी बढ़ा जो उन्हें भविष्य में जरूर लाभ देगी।
रानी चौहान ने खुले मंच में अधिकारों की लड़ाई के लिये ज़ोरदार आगाज किया सभी ने उनके बातो का हाथ उठाकर एक स्वर में समर्थन किया।
रानी चौहान के साथ अरुणा चौहान,सुनीता मिंज,गीता मिंज, उर्मिला लकड़ा,पद्मा चौहान,सारिका चौहान,जम्बोवती चौहान,सिमरन चौहान,कंचन चौहान,राधा चौहान,कृष्णा चौहान,मालती चौहान,कविता चौहान,सुकांति चौहान,अनिता चौहान,लक्ष्मींन चौहान,लक्ष्मी कला,सुमन चौहान,किरण कला,माला चौहान,मुनी चौहान,पूनम चौहान,बबिता चौहान,प्रीति चौहान,साधना चौहान,प्रियंका चौहान,,मुक्ता लकड़ा,सुषमा कुजूर,राधिका आनंद,प्रिया जांगड़े,कविता टंडन,दशोदा जांगड़े,मीना जोल्हे,प्रियांशी जांगड़े,निष्ठा आनंद,तन्नू कुर्रे,संतोषी खूंटे,गंगा बाई सारथी,अनुभा तिग्गा,रीटा एक्का,अमृता एक्का,एमेल्दा एक्का,सुनीता एक्का,प्रतिमा लकड़ा,सुषमा कुजूर,मीना खाखा,असीमा खलखो,आशा कुल्लू ममता खेस,एना टोप्पो,कामलप्रभा एक्का,लूसी जसिंथा एक्का,एलिष्टा एक्का एवं महिलाओं का दल शामिल रहा।