कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के एडमिशन में गड़बड़झाला , विधायक सुखराम उरांव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने की मांग की
चक्रधरपुर। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में रिश्वत लेकर नामांकन करने का आरोप चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने लगाया है। उन्होंने इस संबंध में मुख्य मंत्री को एक पत्र लिखकर इसकी जांच कराने की मांग की है तथा इस घटना में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कड़ी करवाई करने की मांग की है। विधायक श्री उरांव ने मारवाड़ी प्लस टू उच्च विद्यालय में सरकार के उन्नति का पहिया साइकिल वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में 20 से 25 हजार रुपया रिश्वत लेकर गलत तरीके से बच्चियों का एडमिशन किया गया है।
दो दिन पहले चाईबासा में मानकी मुंडा न्याय पंच और कोल्हान कार्यालय के लोकार्पण समारोह में छात्राओं ने मंत्री दीपक बिरुआ, सांसद जोबा माझी , विधायक सुखराम उरांव सहित पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त कुलदीप चौधरी से इसकी शिकायत की थी। विधायक सुखराम उरांव ने इस बात का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने की मांग की है। विधायक श्री उरांव ने कहा की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कुछ नियमों के तहत बच्चियों का एडमिशन होता है।
जिन बच्चियों के माता पिता नही है अथवा अभिभावक विहीन बच्चियों को इसमें पहली प्राथमिकता देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा है की एडमिशन में सांसद और विधायक द्वारा अनुसंशित बच्चियों का भी नामांकन नही हुआ। उन्होंने कहा की विद्यालय में नियमों को दरकिनार करते हुए सांसद और विधायकों के लेटर पैड का भारी मात्रा में दुरूपयोग किया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है की इस बार एडमिशन में जिन बच्चियों को लिया गया है।
अनुसंशा में न सांसद जोबा माझी और न पूर्व सांसद गीता कोड़ा और न विधायकों का हस्ताक्षर मिल रहा है। इससे साफ जाहिर होता है की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में एडमिशन में भारी मात्रा में धांधली की गई है। इस मामले का खुलासा होने के बाद आनन फानन में बच्चियों का एडमिशन शुरू कर दिया गया। श्री उरांव को विद्यालय में एडमिशन में अनियमितता बरते जाने की शिकायत मिलने पर उन्होंने इसकी जानकारी पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त कुलदीप चौधरी को पूरी जानकारी देकर इस मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की।
उन्होंने बच्चियों के नामांकन में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और और वार्ड वार्डन को भी कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा है की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के एडमिशन में किए गए अनिमियतिता की तत्काल जांच कराकर दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए उन्होंने मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है।