
पुलिस के सामने झुकाया सिर, दोनों पर था 5-5 लाख का इनाम
राजनांदगांव। दंडकारण्य के माड़ डिवीजन प्रेस यूनिट के इनामी नक्सली कमांडर पवन तुलावी उर्फ सोमलाल ने गुरुवार को अपनी पत्नी पायके ओयाम के साथ मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
नक्सली विचारधारा से मोहभंग, संगठन के भीतर बढ़ते मतभेद बने कारण
आत्मसमर्पण के पीछे संगठन के विचारों से मोहभंग, निराशा और अंदरूनी मतभेद प्रमुख कारण रहे। जानकारी के मुताबिक, आईजी दीपक झा के मार्गदर्शन और एसपी वायपी सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान और सरकार की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रेरित होकर दोनों ने हथियार डाल दिए।
नक्सली कमांडर पवन तुलावी का आतंकी सफर
पवन तुलावी मोहला-मानपुर जिले के मदनवाड़ा क्षेत्र के दोरदे गांव का निवासी है। वह माड़ डिविजन प्रेस यूनिट में एरिया कमेटी सदस्य के रूप में कार्यरत था। पवन ने वर्ष 2008 में मदनवाड़ा-कोडेकुर्से एलओएस से नक्सली संगठन में कदम रखा। 2009 से 2012 तक पल्लेमाड़ी एलओएस में सक्रिय रहा। 2013 से 2019 के बीच जनताना सरकार में शिक्षक के रूप में कार्य किया और 2016 में एसीएम के पद पर पदोन्नत हुआ। 2020 से आत्मसमर्पण तक माड़ डिविजन प्रेस यूनिट के कमांडर के रूप में काम कर रहा था।
पत्नी पायके ओयाम भी रही नक्सल संगठन की सक्रिय सदस्य
पायके ओयाम, जो बीजापुर के ताड़बल्ला की निवासी है, प्लाटून नं. 16 में पीपीसीएम के पद पर कार्यरत रही। वर्ष 2011 में इंद्रावती एरिया के चेतना नाट्य मंच में सक्रियता दिखाई। 2012 में जनताना सरकार स्कूल ग्राम रेकावाही में पढ़ाई के बाद 2014 में केंद्रीय कमेटी और पोलित ब्यूरो सदस्य सोनू उर्फ भूपति की सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात रही। 2018 में उसे प्लाटून नं. 16 में ट्रांसफर किया गया।
सरकार के पुनर्वास नीति के तहत दोनों को समाज की मुख्यधारा में लौटने का अवसर मिलेगा।