
होस्टिंगमास नामक एक फेसबुक एकाउंट में विज्ञापन दिया गया था कि ₹1500 में वेबसाइट, डोमेन और होस्टिंग दिया जाएगा। जिसके बाद एक पत्रकार ने विज्ञापन में दिए गए मोबाइल नंबर +917234951738 से संपर्क किया और बात की, दिए गए नंबर से जो व्यक्ति बात कर रहा था उसने अपना नाम सुबासचंद्र चौधरी,पता-लखनऊ बताया,उन्होने यह भी कहा कि वह बस्ती जिले का स्थायी निवासी है।
दोनों के बीच बातचीत हुई और यह तय हुआ कि होस्टींग मास की तरफ से ग्राहक को ₹1500 में एक साल तक डोमेन, होस्टिग के साथ वेबसाइट उपलब्ध कराया जाएगा।
और होस्टींगमास की ओर से ग्राहक को एक क्यूआर कोड़ भेजा गया। ग्राहक ने इस क्यूआर कोड़ में गूगल पे के जरिए ₹1500 रुपये दे दिए,यह धनराशी सुभाषचंद्र चौधरी के खाते में गया।
जिसके बाद तय समय के बाद भी ग्राहक को वेबसाइट प्रदान नहीं की गई।
इनका एक और फेसबुक एकाउंट था जिसमें इन्होने विज्ञापन लगा रखा था कि ₹2000 में न्यूज पोर्टल, डोमेन और होस्टिंग के साथ पाएं, और धनरानी काम होने के बाद दें,
पर जरा सोचिएं कि पैसा मिलने के बाद भी जिसने काम नहीं किया वह कैसी सेवाएँ देगा।
क्या यह आँनलाइन ठगी का एक तरीका है,
क्या इस व्यक्ति के और भी ऐसे फेसबुक एकाउंट हो सकते है, यह जाँच का बिषय है।
ऐसी ठगी से बचने के लिए क्या करें
जबभी आनलाइन काम कराना हो तो सबसे पहले उस व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से मिलने को कहे।
काम करने से पहले उसके साथ स्टाॅप पेपर पर लिखित करारनामा करें और उसे नोटारी के पास सत्यापन करवा लें।
यह भी लिखित रूप से ले कि यदि आपके अनुसार काम ना हुआ तो इसकी भरपाई वह किस तरह से करेगा