छत्तीसगढ़

श्री श्री हरि संकीर्तन प्रचार समिति इस्कॉन का भागवत पाठ व प्रशिक्षण, 

अध्याय 2 के श्लोक 13 से 20 तक गीता का सार के आत्मज्ञान का श्लोको का श्रवण और की गई समीक्षा       

चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेलवे अकाउंट्स कालोनी स्थित श्री श्री हरि संकीर्तन प्रचार समिति (इस्कॉन) चक्रधरपुर इकाई की ओर से शनिवार को श्रीमद भागवत गीता पाठ व प्रशिक्षण कार्यक्रम अयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से इस्कॉन चक्रधरपुर के अनुआई उपस्थित होकर भागवत गीता पाठ और प्रशिक्षण लिया।

शनिवार को प्रकाश प्रभु और बंगाली एसोसिएशन काली मंदिर के पुजारी मनोजित भट्टाचार्य के द्वारा भागवत गीता के अध्याय 2 के गीता सार , आत्मज्ञान के बारे में प्रशिक्षण दिया गया । अध्याय 2 के श्लोक 13 से लेकर श्लोक 30 तक में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का सार में आत्मज्ञान का वार्ता दिया।

भगवान ने कहा की शरीर नाशवान है और आत्मा अमर है।  शनिवार को इस अध्याय के 13 से 20 तक के श्लोकों का श्रवण और उनकी विस्तृत समीक्षा किया गया। इसके माध्यम से जीवन के मूल्यों के बारे में जाना । गौरतलब है की श्री श्री हरि संकीर्तन प्रचार समिति (इस्कॉन) रेलवे अकाउंट्स कालोनी जी 159/1 चक्रधरपुर की ओर से प्रत्येक शनिवार को भागवत गीता पाठ ओर  प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाता हैं

और भागवत गीता पाठ के साथ साथ प्रसाद वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रकाश प्रभु, संजय प्रभु, मनोजीत भट्टाचार्य भारती माता ,अन्नपूर्णा माता, दिव्या, पार्वती, सिंधु श्रीनिवास, मनोज,आकाश  सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button