रायगढ़ । रायगढ़ पुलिस की विशेष टीम ने 6 साल से फरार दुष्कर्म के आरोपी/वारंटी हारून रशीद उर्फ भोलू को उड़ीसा के राउरकेला से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने नाम और हुलिया बदलकर खुद को छुपा रखा था और पेंट, पुट्टी का काम कर रहा था। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय की मॉनिटरिंग में गठित टीम ने इस शातिर आरोपी को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।
दुष्कर्म का दोषी और तीन बार फरार
आरोपी हारून रशीद उर्फ भोलू पिता रमजान मोहम्मद 34 साल सिद्धी विनायक कालोनी रायगढ़ को थाना सिटी कोतवाली रायगढ़ के दुष्कर्म प्रकरण क्रमांक 845/2010 में तहत दोषी ठहराया गया था और उसे सजा सुनाई गई थी। वह केंद्रीय जेल बिलासपुर में बंद था, लेकिन अपनी शातिर चालाकी के कारण तीन बार पुलिस और जेल प्रशासन को चकमा देकर फरार हो गया।
1. पहली बार वह जेल से भागने में कामयाब हुआ।
2. दूसरी बार अस्पताल से फरार हुआ।
3. 11 सितंबर 2018 को, बिलासपुर जेल ले जाते समय रायगढ़ रेलवे स्टेशन पर पुलिस को चकमा देकर गायब हो गया।
गिरफ्तारी का ऑपरेशन
माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर के क्रिमिनल अपील प्रकरण में आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ। एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने दिशा-निर्देशन पर डीएसपी अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने आरोपी की तलाश शुरू की।
आरोपी के पुराने रिकॉर्ड खंगाले गए।
उसके पुराने संपर्कों और रिश्तेदारों से पूछताछ की गई।
पुलिस ने पुराने फोटो और अन्य जानकारियों के आधार पर राउरकेला, उड़ीसा में जांच शुरू की।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
पुलिस को एक सूत्र से पता चला कि एक पेंट, पुट्टी का काम कर रहा व्यक्ति हारून रशीद हो सकता है। इसके बाद टीम ने संबंधित इलाके में खोजबीन की और आरोपी को पेंटिंग के काम के दौरान पकड़ लिया। उसे रायगढ़ लाकर न्यायालय में पेश किया गया है।
पुलिस टीम की भूमिका
डीएसपी अभिनव उपाध्याय की नेतृत्व पर इस ऑपरेशन में कोतवाली निरीक्षक सुखनंदन पटेल, सहायक उपनिरीक्षक इगेश्वर यादव, प्रधान आरक्षक दिलीप भानु, हेमन पात्रे, आरक्षक कमलेश यादव, संदीप मिश्रा, मनोज पटनायक और साइबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, आरक्षक महेश पंडा व विकास प्रधान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने टीम की सराहना की और अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई को रायगढ़ पुलिस की प्राथमिकता बताया। फरार वारंटियों और अपराधियों के खिलाफ सख्ती जारी रहेगी।