छत्तीसगढ़

संवैधानिक ग्रामसभा और राज्य की विधानसभा के निर्णयों का पालन कर हसदेव की सभी  खदाने निरस्त करे राज्य सरकार

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राजधानी रायपुर में होगा विशाल आन्दोलन, विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित सम्मलेन में हुआ निर्णय

आज दिनांक 5 जून 2024 को हसदेव अरण्य के सरगुजा जिले के ग्राम हरिहरपुर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विशाल सम्मेलन का आयोजन किया गया l जिले में आवंटित परसा कोल ब्लॉक और परसा ईस्ट केते बासेन खनन परियोजना के दूसरे चरण में ग्रामसभा सहमती के बिना किये जा रहे भूमि अधिग्रहण और फर्जी तरीके से हासिल की गई वन स्वीकृति को निरस्त करने की मांग पर पिछले 850 दिनों से अधिक समय से अनिश्चितकालीन धरना जारी है 

धरना स्थल पर ही आयोजित सम्मेलन में छत्तीसगढ़ बचाओ आन्दोलन के साथी आलोक शुक्ला, सरगुजा से कांग्रेस की लोकसभा प्रत्याशी शशि सिंह, जय जोहार पार्टी के अध्यक्ष अमित बघेल, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अजय यादव, सर्व आदिवासी समाज से आशीष खुसरो, रायगढ़ से सामाजिक कार्यकर्त्ता राधेश्याम शर्मा, ओमेश बिसेन सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए

सम्मलेन को संबोधित करते हुए शशि सिंह ने कहा कि में इस क्षेत्र की बेटी हूँ और आपकी लड़ाई की एक साथी l हमे पता है कि गलत तरीके से बिना ग्रामसभा सहमती लिए खनन के कार्य को आगे बढाया जा रहा है l हम पूरी ताकत से इस जंगल, जमीन को बचाने के लिए लड़ेंगे l हसदेव अरण्य संघर्स समिति से रामलाल करियाम ने कहा कि इस जंगल का विनाश सिर्फ जांजगीर, कोरबा, बिलासपुर का पानी ख़त्म नही करेगा बल्कि सरगुजा के पर्यावरण का भी विनाश होगा 

उन्होंने सवाल किया कि इस विनाश पर सरगुजा वासी मौन क्यों हैं क्या उन्हें आक्सीजन नही चाहिए ? उन्होंने अनुसूचित जन जाति आयोग को धन्यवाद दिया कि हमारी ग्रामसभा के प्रस्ताव की जाँच में उसे फर्जी पाया और पेड़ो की कटाई को रोकने के लिए प्रशासन को आदेश दिया l

आलोक शुक्ला ने कहा कि हसदेव के समृद्ध जंगल, जमीन, और पर्यावरण को बचाने के लिए ग्रामसभाओं के संघर्ष के कारण राज्य की विधानसभा और स्वयं राज्य सरकार को कई कदम उठाने पड़े हैं l इन्ही में से एक लेमरू हाथी रिजर्व है, जिसके कारण कोरबा जिले में हसदेव अरण्य के 17 कोल ब्लॉक निरस्त हुए लेकिन दुखद रूप से सरगुजा जिले में राजस्थान सरकार को आवंटित कोल ब्लाकों को निरस्त नही किया गया l राज्यपाल जो प्रशासक हैं पांचवी अनुसूचित क्षेत्रों के उनके आदेश के बाद भी फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव की जाँच और वन स्वीकृति को निरस्त करने की कार्यवाही आज तक नही हुई

अमित बघेल ने कहा कि हसदेव के आन्दोलन को अब बहुत बड़े जन आन्दोलन में तब्दील करना होगा l पूरे छत्तीसगढ़ को लूटने का कार्य अदानी कर रहा है, सत्ता किसी की भी रहे अदानी की दलाली ही करती है l आदिवासी मुख्यमंत्री दिखाकर आदिवासियों को लूटने का कार्य हो रहा है, आज बस्तर में आदिवासी पलायन करने मजबूर हो गया है l
सम्मलेन उपरांत निर्णय लिया गया कि रायपुर में शीघ्र एक बड़ी बैठक करके राजधानी में हसदेव के मुद्दे पर आन्दोलन किया जायेगा l

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