समाज या राजनीति पर रहते हुए करो समाज सेवा दीपेंद्र यादव
जब आपका समय हो… आप पावर मे हो…ताकत है आपके पास… पद है आपके पास…उस समय समाज की मदद करो बाद में जब वो पद चला जाए तो फिर समाज आपको याद आए तो ये गलत बात है…
असली समाज सेवा या दिन दुखियों की मदद तब होगा जब आप पद रहते हुए समाज की किसी व्यक्ति की मदद करे…
उससे काम को प्रथमिलता दे…तो आप सच्चे समाज सेवक है, वरना पद जाने के बाद आपके दिए गए भाषण सिर्फ दिखावा है…अधिकतर होता ये है कि जब व्यक्ति बड़े पद पोस्ट, पर होता है चाहे वह राजनीति पद, पोस्ट, ( मुख्यमंत्री) प्रदेश अध्यक्ष, संसद, विधायक, पार्षद, अध्यक्ष) हो या अन्य कोई सरकारी, गैर सरकारी, पद हो उस समय व्यक्ति को समाज याद नहीं रहता,, जब पोस्ट पद, चला जाता हैं तो फिर समाज याद आता है
जब भगवान की कृपा से आपको ताकत मिला है तो समाज का भी भला करो सिर्फ अपने राजनीतिक या अन्य फायदे के लिए उपयोग करने वाले तो तमाम है, लेकिन जो व्यक्ति पद पोस्ट, पर रहते हुए भी समाज की मदद करे वो ही असली समाज सेवक है, कुल मिलाकर कुर्सी रहते हुए समाज का भला कर दो जब कुर्सी चला जायेगा तो समाज के लोग आपका दिल से सामान्य करेंगे
(दीपेंद्र यादव)
युवा नेता एवं समाज सेवी
जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही (छ.ढ़.)