रायगढ़ में ट्रक मालिक की गुंडागर्दी और ड्राइवर यूनियन की शिकायत: मारपीट, धमकी और अवैध उगाही का गंभीर मामला.. पढ़े पूरी खबर!!

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रायगढ़@खबर सार :- छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के उर्दना गांव में ट्रक मालिकों की हिंसा और ड्राइवर यूनियन की ओर से अवैध उगाही के गंभीर आरोपों ने स्थानीय परिवहन उद्योग में हड़कंप मचा दिया है। ट्रक ड्राइवरों ने अनिल अग्रवाल और उनके बेटे वैभव अग्रवाल पर बकाया वेतन मांगने पर मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। साथ ही, ड्राइवर यूनियन ने सड़क किनारे अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं। पीड़ितों ने सिटी कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कर तत्काल एफआईआर और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत के अनुसार, उर्दना निवासी ट्रक मालिक अनिल अग्रवाल के लिए काम करने वाले ड्राइवरों ने उनके कुछ ट्रकों की बिक्री के बाद बकाया वेतन मांगा। इस पर अनिल और वैभव अग्रवाल ने ड्राइवरों पर हमला बोल दिया, गाली-गलौज की और धमकी दी कि “साले लोग भाग जाओ, वरना जान से मार देंगे।” कई ड्राइवरों को गंभीर चोटें आईं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है। एक पीड़ित ड्राइवर ने बताया, “हमारी मेहनत का पैसा मांगा तो हमें अपमान और हिंसा का सामना करना पड़ा। अग्रवाल परिवार का ड्राइवरों के साथ हिंसक और अभद्र व्यवहार पुराना है। अब हमारी जान को खतरा है।”
इसके अलावा, ड्राइवर यूनियन ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। यूनियन का आरोप है कि सड़क किनारे ड्राइवर यूनियन के नाम पर कुछ लोग अवैध उगाही कर रहे हैं, लेकिन पुलिस इस पर कोई कार्रवाई नहीं करती। यूनियन के एक प्रतिनिधि ने कहा, “ये लोग ड्राइवरों को रोककर जबरन पैसे अलग अलग छेत्र में खड़े हो कर वसूलते हैं, लेकिन जब ड्राइवरों को उनकी जरूरत होती है, तो वे गायब हो जाते हैं। अवैध पर्ची के खिलाफ हमने कई बार शिकायत की, लेकिन न तो कोई कार्रवाई होती है और न ही अधिकारियों द्वारा इन्हें फटकार तक लगाई जाती।”
जब रात करीब 11 बजे सिटी कोतवाली का घेराव किया गया तब थाना प्रभारी थाना पहुंचे और मामले में जल्द कार्यवाही का आश्वाशन दिया, पीड़ित का (MLC) करवाया गया, जल्द होगी FIR। अब देखना यह है मामले पर श्रम विभाग क्या कदम लेता है।
इस घटना ने स्थानीय परिवहन उद्योग में गहरा असंतोष पैदा कर दिया है। श्रमिक संगठनों ने दोनों मुद्दों—ट्रक मालिकों की हिंसा और अवैध उगाही—के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस से त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों को सजा नहीं मिली, तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। यह मामला जिले में चर्चा का केंद्र बना हुआ है, और जनता प्रशासन से निर्णायक कदम की अपेक्षा कर रही है। आगे की जांच और कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।





