छत्तीसगढ़

हाथियो के हमले ने दो सगे भाइयो को मारा

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पत्थलगाँव की विधायक गोमती साय ने उठाया था। जवाब में वन मंत्री केदार कश्यप ने बताया था कि वर्ष 2021-22 से जून 2024 तक हाथियो के हमले में 47 लोगो की जान जा चुकी है। सरकार ने इन पीड़ित परिवारों को 2 करोड़ 80 लाख रूपये का मुआवजा दिया है।

जशपुर। जशपुरनगर दल से अलग हो कर भटक रहे दंतेल ने दो सगे भाइयो को कुचल कर मार दिया है। घटना जिले के तपकरा वन परिक्षेत्र के केरसई पंचायत के रापाडांड बस्ती की है। प्रारम्भिक सूचना के अनुसार इस गाँव के रहवासी कोकडे राम पिता रामसाय 45 वर्ष रात को घर में सो रहा था। इसी दौरान दंतेल ने उसके घर में आ धमका और मिट्टी के कच्चे मकान को तोड़ने लगा।

जमीन में पटक कर कुचल दिया

दीवार टूटने की आवाज सुनकर जैसे ही कोकडे बाहर निकला,दरवाजे पर ही खडे हाथी ने उसे सुढ में लपेट कर जमीन में पटक कर कुचल दिया। इस बीच,घर में हो रहे शोर गुल सुनकर कोकडे का छोटा भाई पड़वा राम 43 वर्ष भी बाहर आ गया। बताया जा रहा है कि उसके हाथ में टॉर्च था। पड़वा ने टॉर्च की रौशनी हाथी पर डाली,जिससे उसका ध्यान पड़वा की ओर आकर्षित हो गया और उसे भी पटक कर कुचल दिया।

वन विभाग के अधिकारी मौक़े पर पहुंचे

मृतक पड़वा और कोकडे का घर बस्ती से अलग जंगल के किनारे स्थित है। घटना की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौक़े पर पहुंच गए हैँ। उल्लेखनीय है तपकरा वन परिक्षेत्र जिले का सर्वाधिक हाथी प्रभावित क्षेत्र है। छत्तीसगढ़,ओडिसा और झारखण्ड की अंतरराजयी सीमा पर स्थित इस परिक्षेत्र में साल भर हाथियो की हलचल बनी रहती है।

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