बलरामपुर। बलरामपुर जिले में चिकित्सक और स्टाफ नर्स राजनीतिक प्रभाव के कारण एक ही स्थान पर 30 साल जमे हुए हैं। इनके ऊपर चुनाव आयोग का भी नज़र नही पड़ता। राजपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ नर्सो का 39 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है स्टाफ नर्सो के द्वारा मरीज बच्चों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है, बीएमओ ने सो काज नोटिस जारी किया।
कुसमी मार्ग परसापानी आदिवासी राज़ी पड़हा हॉस्टल के चार छात्रों का स्वास्थ्य खराब होने पर शाम चार बजे इलाज कराने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर 2 बजे से 8 बजे तक स्टाफ नर्स रजनी तिर्की व आंचल सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी। स्टाफ नर्स ने छात्रों के उपचार के लिए 4 पर्ची बनाकर चिकित्सक के पास भेज दिया। चिकित्सक ने छात्रों को देखने के बाद वापस फिर स्टाफ नर्सो के पास 4 पर्ची देकर भेज दिया। थोड़ी देर बाद जब नर्सो के पास छात्रों का इंजेक्शन लगाने के लिए नंबर आया तब नर्स बोली इसमें 2 ही छात्र का पर्ची है।
छात्रों ने बोला मेम 4 पर्ची जमा किए थे । इतने में ही स्टाफ नर्सो ने अभद्र व्यवहार करते हुए बोली इसमें 2 पर्ची ही है। दो पर्ची कहा गया मैं खा गई क्या। छात्रों ने दुबारा पर्ची ढूढने के लिए चिकित्सक के पास पहुंचे मगर पर्ची नही मिला। छात्र फिर वापस नर्स के पास गय और बताए पर्ची नहीं मिला आप दूसरा बना दीजिए।
नर्स इसके बाद बोलने लगी क्यों लाते हो शाम को तुम्ह लोगों का पर्ची टेबल में ही है खोज लो दीमांक ख़राब करने आते हो शाम को को मत आना इलाज करवाने, वापस जाओ इलाज नहीं करूंगी इसके बाद हॉस्टल अधिकक्ष पहुंचे 30 मिनट बाद फिर स्टाफ नर्स के पास गए और ओ पर्ची उन्हें के टेबल में मिला इसके बाद इलाज की। आश्चर्य की बात है कि राजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 6 चिकित्सक व 12 स्टाफ नर्स पदस्थ है मगर मरीज़ो का इलाज नहीं हो पा रहा है। नगरवासियों व मरीजों ने कहा कि एक ही स्थान पर सालों से पदस्थ है अपना मनमानी राज चला रहे हैं, दूसरे स्थान पर स्थान्तरण की आवश्कता है।
बीएमओ डॉ. रामप्रसाद तिर्की ने कहा कि स्टाफ नर्सो की शिकायत मिली है सो काज नोटिस जारी किया गया है।