मरवाही नगर पंचायत में दिनदहाड़े ‘अवैध राजस्व लूट’

_साप्ताहिक बाज़ार से अवैध वसूली का मामला; छोटे व्यापारी व गरीब जनता त्रस्त, प्रशासन मौन_
मरवाही, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के 192 नगरीय निकायों की अपनी विकासीय दौड़ में भले ही नवीन नगर पंचायत “मरवाही” वर्तमान में अंतिम पायदान पर हो, लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में इसने सबको पीछे छोड़ दिया है। यहां अधिकारी के सामने ही नगरीय प्रशासन द्वारा जनता से दिनदहाड़े ‘लूट’ का मामला सामने आया है।
नगर पंचायत पर आरोप है कि वह सभी अधिनियमों और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हुए अपनी मनमानी चला रहा है। मामला राजस्व (कर/फीस) वसूली के नाम पर इस ठंड के मौसम में जनता से लूट कर अपनी जेबें गर्म करने का है।
निकाय निर्वाचन के बाद बाज़ार में ‘अवैध वसूली’ का राज
नगर पंचायत मरवाही के निकाय निर्वाचन संपन्न होने के बाद से नगर में लगने वाले साप्ताहिक बाज़ार से अवैध वसूली पूरे ज़ोरो-शोरों से की जा रही है। हैरत की बात यह है कि राज्य सरकार के सख्त निर्देश हैं कि छोटे बाज़ारों और व्यापारियों से किसी भी प्रकार की कोई वसूली नहीं की जानी है। बल्कि, उनके प्रोत्साहन के लिए व्यवस्था करनी है ताकि बाज़ार से जुड़ी परंपराओं को ज़मीनी स्तर पर बचाया जा सके। इसके बावजूद, मरवाही में इन निर्देशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
लाखों का है खेल, ‘लाख रुपए की बात’ का हिसाब नहीं*
सूत्रों के मुताबिक, इस साप्ताहिक बाज़ार की एक हफ़्ते की अवैध वसूली 20,000 से 40,000 रुपए तक आंकी जा रही है। यदि इस आंकड़े में ज़रा सी भी सच्चाई है, तो अभी तक लाखों की रकम भ्रष्टाचारियों द्वारा डकार ली गई है, जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं है।
प्रशासन को जानकारी, फिर भी कार्रवाई नहीं सबसे गंभीर पहलू यह है कि इस पूरी घटना और अवैध वसूली की जानकारी मरवाही जिले के पूरे प्रशासन को होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
मरवाही की गरीब जनता से राजस्व वसूली के नाम पर दिनदहाड़े यह वसूली लगातार जारी है। इस मामले में उच्चाधिकारियों द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर दोषियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की जा रही है, ताकि शासन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित हो सके और गरीब जनता को राहत मिल सके।





