बंदगांव प्रखंड के वनग्राम में अन्य जिले के लोग आकर न बसे अन्यथा होगा उग्र आंदोलन
बंदगांव प्रखंड के डुबुरू गांव के ग्रामीणों ने दी चेतावनी
चक्रधरपुर। बंदगांव प्रखंड की के सुदूरवर्ती क्षेत्र डुम्बरु वनग्राम को राजस्व ग्राम का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने पीपुल्स वेल्फेयर एसोसिएशन के सचिव डॉ. विजय सिंह गगराई से मुलाकात की। उन्होंने समाजसेवी डॉ. गागराई से मिलकर बताया कि डूबुरू गांव को राजस्व गांव का दर्जा नहीं दिये जाने के कारण कई प्रकार की सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। खासकर वनग्रामों में निवास करने वाले स्कूली बच्चों के जाति और आवासीय प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है। इससे छात्रों को कई प्रकार की दिक्कतें उठानी पड़ रही है।
वहीं हमारे वनग्राम में दूसरे जिला से भी कुछ लोग आकर बस गये हैं। ग्रामीणों ने इस ओर जल्द से जल्द ध्यान देकर समाधान कराने की मांग की। उन्होंने कहा अगर दूसरे जिले के लोग यहां वनग्राम में बसने की कोशिश करती है तो उग्र आंदोलन की जायगा । मौके पर समाजसेवी डॉ. विजय सिंह गागराई ने कहा कि कुछ दिनों पहले बंदगांव के काड़ेदा गांव के ग्रामीणों ने भी वनग्राम को राजस्व गांव घोषित करने के लिए बैठक की थी, जहां स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर वे शामिल हुए थे।
उन्होंने कहा कि वनग्रामों को राजस्व गांव का दर्जा दिलाने के लिए वे हर संभव प्रयासरत है। इसे लेकर वे रांची जा रहे हैं, जहां राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर इसकी जानकारी देंगे। ताकि जल्द से जल्द वनग्राम को राजस्व गांव घोषित किया जाए । उन्होंने कहा कि वे वनग्राम के ग्रामीणों के साथ हमेशा है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के हक व समस्या की लड़ाई तब तक लडूंगा जब तक वनग्राम के ग्रामीणों को उनका हक व अधिकार प्राप्त न मिल जाए। उन्होंने कहा दूसरे जिले के लोग को यहां वनग्राम में जगह नहीं दी जाएगी। इसके लिये समन्धित पदाधिकारी से बात की जायेगी। इस मौके पर डुम्बरु वनग्राम के अध्यक्ष गोपाल मुंडा, सचिव विजय दिग्गी, कोषाध्यक्ष बिरसा मुंडा, सावन पूर्ति, सुखराम मुंडा, गंगु मुंडा, मोटाय मुंडा, उम्बल मुंडा समेत वनग्राम के अन्य ग्रामीण मोजूद थे।