छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने ली शिक्षा विभाग की बैठक, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मध्यान्ह भोजन, स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति, स्वच्छता सहित विभिन्न बिंदुओं पर कलेक्टर के कड़े निर्देश

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प्राथमिक शाला स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर करें फोकस – कलेक्टर

स्कूल परिसर और उसके नजदीक नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध का सख्ती से हो पालन

कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने बुधवार को शिक्षा विभाग  की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने बीते दिनों स्कूलों में किए गए औचक निरीक्षणों के आधार पर स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था में असंतोष जताते हुए कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि जिले में सबसे बड़ा विभागीय अमला शिक्षा है।

सभी बीईओ, बीआरसी, एबीईओ और संकुल समन्वयक मैदानी भ्रमण करना सुनिश्चित करें और टूर डायरी संधारित करें। प्राथमिक शाला स्तर की शिक्षा ही बच्चे के बौद्धिक विकास में नींव का काम करती है, ऐसे में प्राथमिक शाला स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने पर विशेष फोकस करें।

मध्यान्ह भोजन पोषण का माध्यम, गुणवत्तापूर्ण भोजन मिले
बैठक में कलेक्टर श्री भोसकर ने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा में स्कूलों में मिलने वाला मध्यान्ह भोजन बच्चों में अतिरिक्त पोषण का माध्यम है। इसमें गुणवत्ता से समझौता ना हो। मेनू निर्धारित करें और उसका शत प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें। स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।



स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति पर फोकस करें –
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि स्कूल बच्चों को बेहतर भविष्य की दिशा में शिक्षा देने के लिए शुरू किए जाते हैं, ऐसे में बच्चों की अनुपस्थिति उचित नहीं है। अभिभावक शिक्षक बैठक की तर्ज पर स्कूल में बैठक करें अथवा परिजनों से संपर्क कर बच्चों को स्कूल भेजने प्रेरित करें, ये शिक्षकीय कार्य से जुड़े हर व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है। इसी तरह उन्होंने शिक्षकों की भी स्कूल में उपस्थिति की बात कही।

उन्होंने कहा कि शिक्षक की अवकाश की स्थिति में बच्चे खाली ना रहें, बल्कि वैकल्पिक व्यवस्था को जाए। कक्षा एवं स्कूल संचालन के संबंध में लापरवाही मिलने पर संकुल समन्वयक और बीईओ पर कार्यवाही की जाएगी। स्कूलों में गणवेश और पुस्तक वितरण सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने हर माह की पहली समय सीमा की बैठक में स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति की जानकारी देने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया।

स्कूल परिसर में नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध का सख्ती से हो पालन
कलेक्टर ने कहा कि स्कूल अवधि के दौरान या परिसर, या उसके 100 मीटर के दायरे में नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध का सख्ती से पालन किया जाए। स्कूल परिसर के नजदीक सिगरेट, गुटखा, पान, तंबाकू अथवा अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री पर कार्यवाही हो। यदि शिक्षक नशीले पदार्थों का सेवन कर स्कूल आते हैं, तो शिक्षकों पर भी कार्यवाही की जाएगी।



बच्चों को पर्सनल हाइजीन बनाए रखने को जानकारी दें,  स्कूल परिसरों में पानी की उपलब्धता, व्यवस्थित शौचालय और स्वच्छता रहे
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों को पर्सनल हाइजीन की जानकारी जरूर दें एवं स्वयं भी इसका पालन करें। उन्होंने कहा कि स्कूल परिसरों में पानी की उपलब्धता, व्यवस्थित शौचालय और स्वच्छता रहे। किसी भी तरह की समस्या आने पर तत्काल अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें जिससे समय पर उसका निराकरण किया जा सके।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री अशोक सिन्हा, सहित समस्त विकासखंडों के बीईओ, एबीईओ, बीआरसी और सीएसी मौजूद रहे।

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