छत्तीसगढ़

पांचवी बोर्ड परीक्षा में नया रिसोरा की आंचल बाघ ने किया कमाल, 95% अंकों के साथ जिले में टॉप-10 में बनाई जगह

आठवां स्थान हासिल कर आंचल बाघ बनी प्रेरणा का स्रोत, पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर

कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की मिसाल बनी आंचल बाघ
बरमकेला विकासखंड के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला नया रिसोरा की छात्रा कुमारी आंचल बाघ ने जिला केंद्रीकृत प्राथमिक/माध्यमिक प्रमाणपत्र परीक्षा 2024-25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 95% अंक अर्जित किए हैं। इस उपलब्धि के साथ आंचल ने जिले की प्रावीण्य सूची में आठवां स्थान प्राप्त किया है, जिससे पूरा क्षेत्र गौरवांवित है।

 परिवार और शिक्षकों का सहयोग बना सफलता की कुंजी
कुमारी आंचल की इस उपलब्धि के पीछे उनके दादा मोहनलाल बाघ (कोटवार), पिता सुचीन कुलम बाघ, परिवारजनों और विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं की अहम भूमिका रही। सभी ने मिलकर छात्रा के सर्वांगीण विकास के लिए सतत् मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान किया।

 ग्रामीण स्कूल से मिली बड़ी पहचान
एक छोटे से ग्राम नया रिसोरा से निकलकर जिले की टॉप टेन सूची में स्थान बनाना न सिर्फ विद्यालय के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह ग्रामीण शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों की मेहनत का भी प्रमाण है। आंचल बाघ ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि सही दिशा और समर्पण हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।

 बधाइयों का लगा तांता, बनी प्रेरणा की प्रतीक
आंचल की इस सफलता पर क्षेत्रवासियों, शिक्षकों, सहपाठियों और समाज के लोगों ने उन्हें बधाइयां दी हैं। इस उपलब्धि ने अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरित किया है कि वे भी कठिन परिश्रम और अनुशासन के साथ लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।


 निष्कर्ष:
आंचल बाघ की यह सफलता न केवल उनका व्यक्तिगत गौरव है, बल्कि यह पूरे नया रिसोरा, बरमकेला ब्लॉक और जिले के लिए प्रेरणास्रोत है। शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे उज्ज्वल उदाहरण समाज के हर कोने में जागरूकता और प्रोत्साहन की भावना भरते हैं।

 

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