छत्तीसगढ़

खरसिया में पीटा एक्ट की उठी मांग, प्रशिक्षु IPS हर्षित मेहर की छापेमारी में दर्जनों पकड़े गए

खरसिया शहर में अवैध देह व्यापार की बढ़ती गतिविधियों को लेकर लंबे समय से स्थानीय नागरिकों द्वारा पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही थी। इसी क्रम में आज प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी हर्षित मेहर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने लक्ष्मी लॉज समेत कई संदिग्ध सुनसान स्थानों पर छापेमारी की।

इस कार्रवाई के दौरान लक्ष्मी लॉज से आधा दर्जन संदिग्ध लोग पकड़े गए। जानकारी के अनुसार, लॉज मालिक कैलाश अग्रवाल फरार है, जबकि लॉज का संचालन सोनू अग्रवाल द्वारा किया जा रहा था। इसके अलावा, बिजली ऑफिस के पीछे मजिस्ट्रेट भवन से लगभग सौ मीटर की दूरी पर स्थित एक सुनसान मकान में भी छापा मारा गया।

वहां से गौरी दर्शन नामक महिला को पकड़ा गया, जो इस अवैध व्यवसाय को लंबे समय से संचालित कर रही थी। उल्लेखनीय है कि गौरी पूर्व में भी इसी अपराध के चलते जेल जा चुकी है और पुलिस द्वारा कई बार समझाइश दिए जाने के बावजूद यह कार्य दोबारा कर रही थी।

आईपीएस हर्षित मेहर ने इस छापेमारी के माध्यम से आम जनता को सुरक्षा का संदेश देते हुए बताया कि अवैध गतिविधियों पर पुलिस की सख्त नजर है और आगे भी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।

पीटा एक्ट की आवश्यकता महसूस हो रही है

इस मामले में सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि खरसिया में पीटा (PITA – अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम) एक्ट लागू न होने के कारण, देह व्यापार जैसी अवैध गतिविधियाँ तेजी से फैल रही हैं। इसका बुरा प्रभाव समाज विशेषकर बच्चों पर पड़ रहा है।

नाबालिग बच्चों के इस व्यापार की चपेट में आने की भी आशंका जताई जा रही है। वर्तमान में पुलिस केवल सामान्य धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई कर पा रही है, जिससे इस अवैध कारोबार पर पूर्ण अंकुश नहीं लग पा रहा है।

खरसिया की जनता अब यह मांग कर रही है कि शहर में पीटा एक्ट जल्द से जल्द लागू किया जाए, ताकि इस तरह के गैरकानूनी धंधों पर सख्त कार्रवाई संभव हो सके।

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