
बात_बात पर बहन बेटियों को अपमानित करने वाले तुम जैसे लोग सनातनी हो नहीं सकते,, तुम सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी के पालतू किरदार हो सकते हो….
क्युकि हमारी सनातन संस्कृति ने तो हमें दुश्मन की बहन_बेटियों का भी सम्मान करना सिखाया है।। विनेश फोगाट तो हमारी अपनी बेटी है।। उसका सिर्फ कांग्रेसी होना तुम्हे इतना गंदा लगने लगा कि तुम्हारे दिमाग का कीड़ा तुम्हारे मुंह से निकलकर तुम्हारे लिखे शब्दों तक में आ पहुंचा ।।
अब रही बात भारत की गौरव,,बेटी विनेश फोगाट की तो ध्यान से पढ़ो अश्लील अंध_ज्ञानियों,,,
पहले तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया में देश या प्रदेश में चुनाव के बाद किसी पार्टी की सरकार अगर चुनकर आती है तो वह पार्टी की नहीं बल्कि भारत के संविधान के अंदर आम लोगों की सरकार बन जाती है।
इस पर हमारी साहसी बेटी विनेश ने किसी तरह की कोई भीख नहीं मांगी है,,,बल्कि अपने प्रदेश की चुनी हुई सरकार के सामने उसका किया वादा अधूरा रहने पर सवाल उठाए।।
विनेश फोगाट 2024 के पेरिस ओलिंपिक में फाइनल मुकाबले तक पहुंची थीं, लेकिन 100 ग्राम बढ़े वजन की वजह से वह फाइनल से पहले ही बाहर हो गईं। इसके बाद हरियाणा के तबके मुख्य मंत्री नायब सैनी ने विनेश का सिल्वर मेडलिस्ट जैसा सम्मान करने का ऐलान किया था। हालांकि,जब 8 माह बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं मिला,तो विनेश ने विधानसभा के बजट सत्र में मुख्य मंत्री की मौजूदगी में इस पर सवाल उठाया था और उनको अपना वादा पूरा करने की याद दिलाया.
इसके बाद मुख्य मंत्री ने विनेश को सरकारी नौकरी,4 करोड़ रुपए का कैश या हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एक प्लॉट का विकल्प दिया था। विनेश ने खेल विभाग को चिट्ठी लिखकर 2 विकल्प चुने। इनमें करोड़ रुपए कैश के अलावा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का एक महंगा प्लॉट भी शामिल है।
पूर्व रेसलर और जुलाना से कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट ने ऐलान किया कि वह हरियाणा सरकार से मिले 4 करोड़ रुपये के पुरस्कार से एक इंटरनेशनल स्पोर्ट्स अकैडमी खोलेंगी। ताकि हरियाना सहित देश की होनहार
बेटियों को अंतराष्ट्रीय स्तर की कुश्ती की कला सिखा पाएँ..
विनेश को यह इनाम उन्हें पेरिस ओलंपिक 2024 में उनके प्रदर्शन के लिए दिया गया है,जहां वह महिला कुश्ती के 50 किग्रा वर्ग में फाइनल तक पहुंची थीं।
नितिन सिन्हा
संपादक
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