
सरगुजा पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी से 10 हजार रुपये नगद और एटीएम कार्ड बरामद
सरगुजा। बैंक लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपने मौसेरे भाई के नाम पर 1 लाख रुपये का बैंक लोन पास कराकर पूरी रकम निकाल ली थी। मामले की शिकायत पर लखनपुर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एटीएम कार्ड और 10 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं।
ऐसे किया गया फर्जीवाड़ा
थाना लखनपुर क्षेत्र के रहने वाले सत्यनारायण चौहान ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके मौसेरे भाई परमात्मा कुमार ने उनके नाम पर धोखे से बैंक लोन निकाल लिया। सत्यनारायण ने बैंक से 30 हजार रुपये लोन लेने की बात कही थी, जिस पर आरोपी ने उनसे आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज लिए। वह सत्यनारायण को लेकर भारत फाइनेंस इंडसइंड बैंक, लखनपुर गया, जहां बैंक कर्मचारी ने ऑनलाइन लोन आवेदन भरवाया और 1 लाख रुपये का लोन पास होने की जानकारी दी।
उसी समय सत्यनारायण का मोबाइल खराब हो गया, जिस वजह से उसने बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर आरोपी को इस्तेमाल करने दिया। कुछ दिनों बाद आरोपी ने उसे बताया कि उसका लोन स्वीकृत नहीं हुआ। लेकिन जब बैंक के अधिकारी सत्यनारायण के घर पहुंचे, तब उसे 1 लाख रुपये का लोन पास होने और किश्त न चुकाने की जानकारी मिली।
शक होने पर जब उसने अपने मौसेरे भाई से पूछताछ की, तब आरोपी ने कबूल किया कि उसने बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नंबर और एटीएम कार्ड का उपयोग कर पूरे 1 लाख रुपये निकाल लिए। इसके अलावा, आरोपी ने पहले भी 40 हजार रुपये का लोन सत्यनारायण के नाम से लेकर उसकी जानकारी के बिना निकाल लिया था, हालांकि उसने उसका किश्त चुका दिया था।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद थाना लखनपुर पुलिस ने आरोपी परमात्मा कुमार के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और पूछताछ की, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल किया। आरोपी ने बताया कि उसने 1 लाख रुपये के लोन में से 94 हजार रुपये निकाल लिए थे और 10 हजार रुपये शेष थे, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया। बाकी रकम उसने खाने-पीने और घूमने में खर्च कर दी।
पुलिस ने आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त एटीएम कार्ड भी जब्त कर लिया और उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
पुलिस टीम की सक्रियता
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी लखनपुर प्रशिक्षु आईपीएस मयंक मिश्रा, निरीक्षक अश्वनी सिंह, सहायक उपनिरीक्षक सिदयुस लकड़ा, प्रधान आरक्षक पन्ना लाल, आरक्षक दशरथ राजवाड़े और चित्रसेन प्रधान की अहम भूमिका रही।
निष्कर्ष: यह मामला उन लोगों के लिए सबक है जो अपने निजी दस्तावेज दूसरों को सौंपते हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार किया, जिससे बैंकिंग फ्रॉड में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त संदेश गया है।