माधवी ओझा बनीं ‘लखपति दीदी’, बिहान योजना ने बदली जिंदगी

आत्मनिर्भरता की मिसाल बनीं सरगंवा की महिला, मल्टी शॉप खोलकर बढ़ाया कारोबार
अंबिकापुर, 27 फरवरी 2025। सरगंवा ग्राम पंचायत की माधवी ओझा, जो कभी घरेलू कामकाज में व्यस्त रहती थीं, आज आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी हैं। बिहान योजना से जुड़कर उन्होंने अपने सपनों को साकार किया और एक सफल व्यवसायी बनीं। बिना किसी आय के साधन के जीवन गुजारने वाली माधवी अब अपने गांव में ‘लखपति दीदी’ के नाम से पहचानी जाती हैं।
बिहान योजना से मिली आर्थिक मजबूती
माधवी ओझा बताती हैं कि बिहान योजना से जुड़ने के बाद उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला। उन्होंने योजना के तहत 3 लाख रुपये का लोन लिया और अपने छोटे व्यवसाय को एक मल्टी शॉप में तब्दील किया। इस दुकान में अब कपड़े, किराना, बर्तन और सिलाई सेवाएं उपलब्ध हैं। मेहनत और लगन से उन्होंने व्यवसाय को बढ़ाया और जल्द ही लोन चुकता कर दिया।
‘लखपति दीदी’ के रूप में मिली पहचान
अपने सफल व्यवसाय के कारण माधवी को गांव में ‘लखपति दीदी’ के नाम से जाना जाता है। अब वे अपने कारोबार को और विस्तार देने के लिए 2 लाख रुपये के नए लोन के लिए आवेदन कर चुकी हैं, जिससे वे अपनी मल्टी शॉप में और अधिक सामान जोड़ सकें।
महिलाओं को कर रहीं प्रेरित
माधवी ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बिहान योजना ने उनकी जिंदगी बदल दी। उन्होंने अन्य महिलाओं से भी इस योजना से जुड़ने और आत्मनिर्भर बनने की अपील की। उनकी सफलता को देखकर गांव की कई महिलाएं भी व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित हो रही हैं।
बिहान योजना से मिली आर्थिक स्वतंत्रता से न सिर्फ माधवी ओझा का जीवन बदला है, बल्कि यह कई अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बन गई है।




