उदयपुर, 11 जनवरी 2025। एकीकृत महिला एवं बाल विकास विभाग, उदयपुर के सेक्टर-1 की दर्जनों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी सुपरवाइजर पर आर्थिक और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। अपनी मांगों को लेकर उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी बन सिंह नेताम को ज्ञापन सौंपा और न्याय की गुहार लगाई।
क्या हैं कार्यकर्ताओं के आरोप?
ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सुपरवाइजर आरओ (राशन) के हर 50 किलो पर 100 रुपये की अवैध वसूली करती हैं। इसके अलावा, गर्म भोजन का सामान भी कम मात्रा में वितरित किया जाता है।
कार्यकर्ताओं ने यह भी बताया कि एक दिन की अनुपस्थिति पर तीन दिन का मानदेय काट लिया जाता है। साथ ही नवंबर माह की गर्म भोजन की राशि अब तक उन्हें नहीं मिली।
चर्चा के दौरान कार्यकर्ताओं ने खुलासा किया कि हरी सब्जी खरीदने के लिए समूह की महिलाओं द्वारा दिए गए 100-200 रुपये भी सुपरवाइजर जबरन वापस मांग लेती हैं।
नौकरी छोड़ने की धमकी देने का आरोप
कुछ कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि आरओ कटौती की राशि नहीं देने पर एक कार्यकर्ता को नौकरी से निकालने की धमकी दी गई और उसे बार-बार प्रताड़ित किया गया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले में परियोजना अधिकारी दयामणी कुजूर ने कहा कि दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया गया है और आपसी समन्वय के साथ कार्य करने की सलाह दी गई है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि किसी भी कार्यकर्ता को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना अनुचित है।
अनुविभागीय अधिकारी बन सिंह नेताम से इस मामले में प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
क्या होगी अगली कार्रवाई?
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी शिकायतों का समाधान नहीं हुआ, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।