रायपुर, 18 दिसंबर 2024
गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर समाज कल्याण विभाग के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान, लखनपुर जिला सरगुजा द्वारा संचालित अवतार नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र, रायपुर ने चौबे कॉलोनी स्थित अनुपम गार्डन में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम को दो चरणों में विभाजित किया गया, जिसमें युवाओं, बच्चों और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
पहला चरण: सांप-सीढ़ी खेल के माध्यम से संदेश
कार्यक्रम के पहले चरण में सांप-सीढ़ी के खेल का आयोजन किया गया। इस खेल में सांप नशे का प्रतीक था, जबकि सीढ़ियां नशा छोड़ने में सहायक तत्वों को दर्शाती थीं। प्रतिभागियों को खेल के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि नशा हमारे जीवन को नुकसान पहुंचाता है और इससे बाहर निकलने के लिए हमें सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है। युवाओं, बच्चों और महिलाओं ने इस चरण में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया और नशा मुक्ति के महत्व को समझा।
दूसरा चरण: निशानेबाजी खेल
दूसरे चरण में निशानेबाजी का खेल रखा गया, जिसमें नशे के विभिन्न प्रकारों को पिरामिड के रूप में दर्शाया गया। प्रतिभागियों को रिकवरी बॉल से इन लक्ष्यों को गिराना था। इस बॉल पर नशा मुक्ति और पुनर्वास के लिए विभिन्न उपाय जैसे योग, धार्मिक गतिविधियां, अल्कोहल एनानिमस, नारकोटिक एनोनिमस आदि का उल्लेख किया गया था। इस खेल ने प्रतिभागियों को नशे से छुटकारा पाने के प्रभावी तरीकों के प्रति जागरूक किया।
पुरस्कार वितरण और कार्यक्रम की सफलता
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों के उत्साहवर्धन के लिए पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। कुल 12 प्रतिभागियों को विजेता घोषित किया गया। इस कार्यक्रम में अवतार नशा मुक्ति केंद्र की टीम के सदस्य रश्मि दुबे, सुरज सिंह चौहान, विनीत दुबे, मेनका बावनकर, दीपेंद्र वर्मा, और योग आयोग से अधिकारी रविकांत कुंभकर जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसके साथ ही, अनुपम गार्डन में नियमित रूप से योग और मॉर्निंग वॉक के लिए आने वाले नागरिकों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इसे सफल बनाने में योगदान दिया। यह जागरूकता कार्यक्रम समाज में नशा मुक्ति के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने और इसे एक स्वस्थ जीवन शैली के रूप में अपनाने का संदेश देने में सफल रहा।