
जशपुर पुलिस का महाअभियान “ऑपरेशन शंखनाद” लगातार सफलता प्राप्त कर रहा है। जागरूक ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने एक बार फिर गौ-वंश तस्करी को नाकाम कर दिया। घटना थाना तुमला क्षेत्र के ग्राम बनखेता की है, जहां 20 गौ-वंश को पैदल हांककर ओडिशा की ओर तस्करी करने की कोशिश की जा रही थी।
कैसे मिली सफलता?
18 दिसंबर 2024 की रात, पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह को जागरूक ग्रामीणों से सूचना मिली कि एक व्यक्ति गौ-वंश को मारते-पीटते ओडिशा की ओर ले जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोपी को रोकने और समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना। सूचना मिलते ही एसपी के निर्देश पर निरीक्षक कोमल सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
आरोपी गिरफ्तार और गौ-वंश बचाए गए
पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी फकीर विशाल (58 वर्ष) निवासी गंझियाडीह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह आसपास के गांवों से गौ-वंश खरीदकर ओडिशा के सीकाजोर मवेशी बाजार में बेचने जा रहा था। पुलिस ने 20 गौ-वंश को कब्जे में लेकर सुरक्षित स्थान पर भेजा। आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषि पशु परिरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
महाअभियान की उपलब्धियां
- 2024 में अब तक:
- 680 गौ-वंश तस्करी से बचाए गए।
- तस्करी में प्रयुक्त 34 वाहन जब्त (मूल्य: ₹3.50 करोड़)।
- 16 वाहन राजसात।
- पुलिस की सख्ती: सीमावर्ती क्षेत्रों में सख्त निगरानी, विशेषकर झारखंड और ओडिशा के रास्तों पर।
ग्रामीणों और पुलिस का सामंजस्य
जशपुर पुलिस ने तुमला क्षेत्र के जागरूक ग्रामीणों के योगदान की सराहना की है। पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने कहा, “जागरूक ग्रामीणों की मदद से तस्करी के प्रयासों को नाकाम करना संभव हुआ है। सीमावर्ती क्षेत्रों पर हमारी कड़ी निगरानी जारी है। किसी भी प्रकार की तस्करी की सूचना तत्काल पुलिस को दें।”
पुलिस टीम का योगदान
इस सफलता में निरीक्षक कोमल नेताम, स.उ.नि. टेकराम सारथी, अपलेजर खेस, प्र.आर. फ्रांसिस बेक, आर. राकेश, और आर. बेनेदिक तिग्गा का सराहनीय योगदान रहा।
जशपुर पुलिस का “ऑपरेशन शंखनाद” न केवल तस्करों के इरादों को नाकाम कर रहा है, बल्कि यह अभियान क्षेत्र के लोगों में जागरूकता बढ़ाने का भी काम कर रहा है।