छत्तीसगढ़

चार पार्षदों के द्वारा अध्यक्ष की क्षवि धूमिल करने का प्रयास किया गया : धरम सिंह

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राजपुर।बलरामपुर जिले के राजपुर नगर पंचायत में प्रेसवार्ता के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष धरम सिंह ने कहा कि 30 अगस्त को नगर पंचायत के चार पार्षदों ने अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंप सोशल मीडिया में समाचार प्रकाशित करवाकर अध्यक्ष की क्षवि धूमिल करने का प्रयास किया गया।

प्रेसवार्ता के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष धरम सिंह ने कहा कि पार्षद निधी से कार्य कराने हेतु पीआईसी में अनुमोदन होता है। चूंकि पीआईसी की बैठक हर समय नहीं होता है। कार्य समय पर हो जाए इसलिए पीआईसी की मुखिया अध्यक्ष होने के नाते अध्यक्ष से प्रत्याशा में कराने जाने वाले कार्य का अनुमोदन कराया जाता है। जिस आगामी पीआईसी स्वीकृत किया जाता है।

जिस भी पार्षद द्वारा अपने मद से कार्य कराएं जाने हेतु आवेदन दिया जाता है। सभी की अनुसंशा अनुमोदन अध्यक्ष एवं पीआईसी द्वारा किया जाता है। किसी भी पार्षद का आवेदन अस्वीकृत नहीं किया गया है। पीआईसी में अनुमोदन के पश्चात कार्य कराएं या ना कराएं की जिम्मेदारी नगर पंचायत के अधिकारियों की होती है।

पार्षद निधि से कराएं गए कार्यों का भुगतान या आकंलन में अध्यक्ष की भूमिका नहीं होती है। पार्षदों द्वारा अपने वार्ड में कराएं गए कार्यों का सतुष्टी प्रमाण पत्र एवं भुगतान की अनुशंसा दिया जाता है। जिसके पश्चात ही नगर पंचायत अधिकारी द्वारा भुगतान किया जाता है। जिसमें इस प्रक्रिया में अध्यक्ष द्वारा भ्रष्टाचार की भूमिका कैसे हो सकती है। यह शिकायतकर्ता, पार्षद को स्पष्ट करना चाहिए।

इसी तरह शासन से प्राप्त आबंटित राशि से अधिक राशि का भुगतान का आरोप लगाया गया है। वार्डों में आवश्यकता जरूरत के आधार पर विभिन्न समयों पर विभिन्न कार्य कराएं जाते हैं। शासन से राशि प्राप्त होने की कोई निश्चित समय नहीं होती है। ऐसे में जिन वार्डों के पार्षद कोई कार्य अपने निधि से कराना चाहते हैं। उनके द्वारा अनुशंसा किए गए कार्य प्रक्रियाधिन रहते हैं।

शासन से राशि प्राप्त होने पर प्राप्त राशि का व्यय कि गई पार्षद निधि में समायोजित कर दी जाती है। इसमें कोई अनियमितता या भ्रष्टाचार वाली बात का सवाल हीं नहीं उठता। इसी तरह अध्यक्ष निधि का शासन से प्राप्त आबंटित राशि से अधिक का कोई कार्य नहीं कराया गया है जो कि विरोधियों के द्वारा गलत लांक्षन लगाया जा रहा है। जिसका सत्यापन नगर पंचायत कार्यालय से किया जा सकता है।

जिन असंतुष्ट पार्षदा को अपने निधि के कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं व अपने कार्यों का उच्च अधिकारियों से जांच कराकर संतुष्ट होएं। अध्यक्ष के ऊपर गलत आरोप लगाकर अध्यक्ष एवं पार्षदों की क्षवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रेसवार्ता के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष धरम सिंह, नगर पंचायत उपाध्यक्ष जयगोपाल अग्रवाल, पार्षद पंकज जायसवाल, ललिता गुप्ता आदि उपस्थित थे।

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