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सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर नई दिल्ली में आयोजित वार्ब मीटिंग के दौरान 100 दिनों की छुट्टी का मामला चर्चा का विषय

समूह केंद्र झड़ौदा कलां नई दिल्ली में वार्ब तिमाही बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता राष्ट्र की आन बान शान जिंदा शहीद कमांडेंट चेतन चीता ने की। दिल्ली के अलावा हरियाणा के आस पास के क्षेत्रों में रहने वाले सैकड़ों पूर्व अर्ध सैनिकों ने भाग लिया।

एलायंस ऑफ ऑल एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन महासचिव रणबीर सिंह द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पिछले तिमाही बैठक के दौरान उठाए गए मुद्दों पर कमांडेंट चेतन चीता द्वारा प्रकाश डाला गया। जिसमे प्रमुख तौर पर अर्धसैनिक झंडा दिवस कोष की स्थापना, सी आईएसएफ जवानों को सीएलएमएस मदिरा सुविधा, जिला स्तर पर राज्यों में अर्ध सैनिक कल्याण बोर्डो का गठन जैसे भलाई सम्बन्धित मुद्दे अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रेषित किए जा चुके हैं।

महासचिव रणबीर सिंह ने मीटिंग के दौरान माननीय गृह मंत्री जी द्वारा 100 दिनों की छुट्टी देने का वायदे का जिक्र किया। जैसा कि गत बुधवार को संसद में  माननीय गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय ने बताया था कि साल 2020 से अक्तूबर 2024 तक केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों के 42797 जवान जिसमे सीआरपीएफ के 2245 जवानों, बीएसएफ के 21733 जवानों, आसाम राइफल्स के 2367 जवानों, आईटीबीपी में 1472 जवानों, एसएसबी में 6142 जवानों, सीआईएसएफ के 8838 जवानों ने एक वर्ष में 100 दिन की छुट्टी ली है।

रणबीर सिंह ने सीआईएसएफ द्वारा अपने 8838 जवानों को पिछले चार सालों में 100 दिनों की छुट्टी देने सवालिया निशान लगाते हुए कहा सभी केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों व भारतीय सेनाओं के जवानों को 60 दिनों का वार्षिक अवकाश दिया जाता है जबकि देश के सबसे बड़े औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ जवानों को मात्र 30 दिनों का सालाना छुट्टी दी जाती है तो 100 दिनों की छुट्टी कैसे संभव है। पहले जवानों को 60 दिनों का वार्षिक अवकाश तो मिले ओर इस के लिए कई बार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री, केंद्रीय गृह सचिव व वार्ब चेयरमेन से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपे गए।

इसके लिए सीआईएसएफ जवानों के बीच एक सर्वे कराया जा सकता है कि जवान 30 दिन चाहते हैं या 60 दिन छुट्टी।

रणबीर सिंह के कहे अनुसार सीआईएसएफ जवानों के साथ एक ओर बड़े सौतेले व्यवहार का जिक्र करना लाज़िमी है। सभी केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों में सीएलएमएस सुविधा के तहत मदिरा सुविधा का लाभ दिया जाता है लेकिन सीआईएसएफ जवानों को मदिरा सुविधा से महरूम रखा है जिसके चलते केंद्रीय सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व हानि हो रही है।

पूर्व एडीजी सीआरपीएफ श्री एच आर सिंह ने कहा कि मदिरा सुविधा का लाभ कम से कम रिटायर्ड कर्मियों को तो दिया जा सकता है। गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद से की गई मुलाकात के दौरान सीआईएसएफ जवानों को मदिरा सुविधा प्रदान करने व राज्यों में अर्ध सैनिक कल्याण बोर्डो के गठन पर सहमति जताई थी लेकिन एक्शन अभी तक नहीं हुआ। पुरानी पेंशन बहाली, वन रैंक वन पेंशन व अन्य जरूरी सुविधाएं ना मिलने के कारण पूर्व अर्ध सैनिकों में भारी रोष है ओर इस के लिए आने वाली 6 अप्रैल को जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन होगा।

रणबीर सिंह
महासचिव

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