
सबसे कुख्यात और वांछित नक्सली नेताओं में शुमार माड़वी हिडमा की नई तस्वीर सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों को यह तस्वीर हाल ही में अपने ऑपरेशनल इनपुट्स के आधार पर प्राप्त हुई है, जिससे माओवादी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई को और धार मिल सकती है।
हिडमा वही माओवादी है, जो 2010 के ताड़मेटला नरसंहार समेत सैकड़ों जवानों की हत्या में शामिल रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के पास अब तक हिडमा की करीब 25 साल पुरानी तस्वीर ही मौजूद थी, लेकिन अब 25 साल बाद पीएलजीए बटालियन नंबर-1 का यह खूंखार कमांडर पहली बार नए रूप में सामने आया है।
बताया जा रहा है कि हिडमा ने महज 16 साल की उम्र में हथियार थाम लिया था और तभी से लगातार माओवाद के रास्ते पर चलते हुए सुरक्षा बलों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। उसकी पुरानी तस्वीर ही अब तक मीडिया और एजेंसियों के पास थी, जिससे पहचानना कठिन हो गया था।
नई तस्वीर मिलना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, क्योंकि यह हिडमा के ठिकानों, उसके नेटवर्क और मूवमेंट को ट्रैक करने में मददगार साबित हो सकती है। इससे आने वाले समय में सुरक्षा बलों को उस तक पहुंचने और उसके नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलने की उम्मीद है।
सूत्रों के अनुसार, यह तस्वीर हाल ही में किसी नक्सली सभा या जंगल कैंप के दौरान ली गई हो सकती है