बड़े धूमधाम से मनाया गया आजादी का पर्व स्वतंत्रता दिवस, व्यवस्था की मार झेले नन्हें-मुन्ने स्कूली बच्चे
धरमजयगढ़। स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आज धरमजयगढ़ में हजारों की संख्या में स्कूली बच्चों ने रैली निकाली है। हर साल आजादी के पर्व को बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। यहां मौजूद सभी स्कूल के बच्चों ने रैली में भाग लिया। सुबह 7.45 बजे सभी स्कूलों में झंडा फ हराकर बच्चें प्रभात फेरी के लिए निकले। रैली गांधी चौक होते हुए जयस्तम्भ चौक तक गई जहां से वापस बस स्टैंड होते हुए रैली क्लब मैदान पहुंची। जिसके पश्चात मुख्य अतिथियों द्वारा झंडा फ हराया गया।
झंडा फ हराने के बाद सभी अतिथियों द्वारा झंडे को सलामी देते हुए राष्ट्रगान गाया गया। राष्ट्रगान के बाद अतिथियों ने कबूतर और गुब्बारे उड़ाकर शांति का प्रतीक दिया। जिसके पश्चात सभी स्कूलों के बच्चों द्वारा शानदार मार्च फ ास्ट किया। रंगारंग कार्यक्रम में सभी स्कूलों द्वारा शानदार प्रस्तुति दी गई। छोटे बड़े छात्रों के सामूहिक नृत्य और देश भक्ति गाने ने सभी दर्शकों का दिल जीता। कार्यक्रम में व्यवस्था के मामले में प्रशासन द्वारा भारी लापरवाही देखने को मिली।
कई दिनों पहले मीटिंग में कार्यक्रम को लेकर बैठक किया गया था। जिसमें पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने के साथ विभागों को जिम्मेदारियां दी गई थी। पर कार्यक्रम का हाल ऐसा था मानो सभी विभाग अपनी जिम्मेदारियों से बचते दिखाई पड़े। साथ ही कई मामलों में भारी लापरवाही भी बरती गई। एक तरफ जहां अतिथियों के व्यवस्था में भी भारी लापरवाही बरती गई वही लापरवाही का खामियाजा स्कूली बच्चों को भी भुगतना पड़ा। कड़ी धुप में बच्चें बिना टेंट के जमीन पर बैठने को मजबूर थे।
हजारों बच्चों के लिए सिर्फ कुछ ही मेट व्यवस्था की गई थी, जिसके चलते कुछ ही बच्चें बैठ पाए और बाकी बच्चों को खड़े होकर कार्यक्रम देखना पड़ा। इतनी तेज धुप में बच्चे पीने के पानी के लिए भी तरसते नजर आए। हैरानी की बात यह है कि हजारों की संख्या में उपस्थित बच्चों के लिए मात्र 1-2 बोरी ही पानी की व्यवस्था की गई। जिसके चलते मात्र 40-50 बच्चे ही पानी पी सके और कई घंटां तक बैठने के बाद भी उन्हें पानी नसीब नहीं हुआ।
एक तरफ जहां नेता और अधिकारी काजू बादाम खाते मजे से कार्यक्रम का लुफ्त उठा रहे थे। वही छोटे-छोटे नन्हें बच्चें अधिकारीयों के मुंह ताकते रह गए। प्रभात फेरी से लेकर सामूहिक नृत्य तक कई स्कूलों ने पुरस्कार जीता।
जिसमें प्रभात फेरी में आत्मानंद स्कूल प्रथम, उर्षुलाइन द्वितीय एवं ज्योति विद्या मंदिर स्कूल तीसरा स्थान, मार्च फास्ट में कन्या क्रीड़ा परिसर प्रथम, एकलव्य स्कूल धरमजयगढ़ द्वितीय और डाइट तृतीय स्थान, प्राथमिक शाला स्तर पर संस्कृतिक कार्यक्रम में सिटी पब्लिक स्कूल प्रथम, माध्यमिक शाला डुंगरूपारा द्वितीय, एकलव्य स्कूल हीरापुर तृतीय स्थान, हायर सेकेंडरी स्तर पर कार्यक्रम में आदर्श स्कूल प्रथम, एकलव्य स्कूल धरमजयगढ़ द्वितीय और ज्योति विद्यामंदिर स्कूल ने तृतीय स्थान हासिल किया हैं।
नहीं किए बच्चों के लिए बैठने की व्यवस्था
आजादी का पर्व को लेकर एसडीएम धरमजयगढ़ ने सभी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का अव्यवस्था न हो इसके लिए दिशा निर्देश जारी किया था। एसडीएम के निर्देश पर आजादी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। सभी विभाग अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाई, कार्यक्रम स्थल पर मंच एवं बैठने की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी जनपद पंचायत धरमजयगढ़ को दिया गया था।
लेकिन बैठक व्यवस्था में लापरवाही देखने को मिला अतिथियों के लिए तो बैठने की व्यवस्था किया गया था लेकिन स्कूली बच्चों के लिए ना तो बैठने की व्यवस्था किया गया था और ना ही पीने के लिए पानी तेज धूप में बच्चें पानी के लिए परेशान होते दिखाई दिए।