पटना पुलिस ने पकड़े चार संदिग्ध, 206 नग मोबाइल बरामद
कलकत्ता में पहले बेच चुके है इस तरह का मोबाइल, साइबर फ़्रॉड में बड़े पैमाने पर हो सकता था प्रयोग, कोरिया पुलिस ने किया नाकाम
धारा – 35(डी) बीएनएसएस/303(2), 317(2), 3 बीएनएस
नाम अनावेदकगणः-
1. रियाजुल हक पिता मौरिभूद्दीन शेख, उम्र 28 वर्ष, निवासी डिहीबरीय थाना सागर जिला मुरशिदाबाद पश्चिम बंगाल,
2. सेन्दु शेख पिता जामस्त शेख, उम्र 26 वर्ष, निवासी ग्राम टिकटिकीपारा थाना सागरहिगी जिला मुरशिदाबाद पश्चिम बंगाल,
3. फारुख शेख पिता नाजिदअली, उम्र 30 वर्ष, निवासी नवादा थाना पाकुडं जिला पाकुडं झारखण्ड
4. इंबादु रहमान पिता शिश मोहम्मद, उम्र 32 वर्ष, सा0 निवासी तारानगर थाना पाकुठं जिला पाकुर्ड, झारखण्ड
दिनांक 06 अगस्त 2024 को पुलिस अधीक्षक कोरिया को जरिये मुखबीर से सूचना मिली कि पश्चिम बंगाल से कुछ लोग थाना क्षेत्र में ग्राम आंजोखुर्द की तरफ घुम रहे है एवं अपने पास बहुत अधिक संख्या में मोबाईल फोन रखे हुये है। वे लोगो से पुराने फोन की मांग करते है तथा घर का जरूरी सामान देते है।
जिस पर पुलिस अधीक्षक कोरिया को इसके संभावित दुरूपयोग का संदेह हुआ, जिस पर एसपी कोरिया द्वारा थाना प्रभारी पटना को आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। एसपी कोरिया के निर्देश पर थाना पटना की टीम मौके पर पंहुचकर दबिश दिया गया, जहाँ पर चार व्यक्ति रियाजुल हक, सेन्दु शेख, फारुख शेख एवं ईबादु रहमान संदिग्ध अवस्था में घुमते हुए पाये गये। जिनसे पूछताछ करने पर सभी ने पश्चिम बंगाल एवं झारखण्ड की तरफ का होना बताया एवं उनके पास रखे हुये बोरी को चेक किया गया जिसमें से अलग-अलग कम्पनियों की एक बोरी मोबाईल फोन प्राप्त हुआ है।
उपरोक्त मोबाईल फ़ोन को गवाहों के समक्ष बरामद कर मोबाईल की गिनती किया गया। जिसमें कुल 206 नग अलग-अलग कम्पनियों का मोबाईल बरामद किया गया।चारो संदिग्ध से बरामद मोबाईल के स्वामित्व के संबंध में धारा 94 बीएनएसएस का नोटिस दिया गया, जो कि किसी के पास वैद्य दस्तावेज होना नही लेख किया गया है। बरामद मोबाईल के संबंध में पृथक-पृथक पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वे समस्त मोबाईल को कलकत्ता में ले जाकर अलग-अलग दुकानों में बेच देते है। संदेहियो से जप्त मोबाईल चोरी का संदेह होने पर धारा-35(डी) बीएनएसएस/303(2), 317(2), 3बीएनएस इस्तगाशा तैयार कर वैधानिक कार्यवाही किया गया है।
उल्लेखनीय है कि, पश्चिम बंगाल, जामताड़ा जैसे स्थान पूरे भारत
वर्ष में ऑनलाइन ठगी करने का मुख्य केंद्र है, जहाँ इस तरीके से मोबाईल का उपयोग कर सकते है, जिसकी शंका के आधार पर संदेहियो को पकड़कर उक्त 206 नग मोबाइल जप्त कर कार्यवाही की गई है। इन मोबाईल फोन का उपयोग भी ऑनलाइन फ़्रॉड में किया जा सकता था।