छत्तीसगढ़

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति ने विवादित सहा. प्राध्यापिका के खिलाफ खोला मोर्चा, पत्रकार पर दर्ज फर्जी FIR रद्द कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन

Advertisement
Advertisement
Advertisement

कोरबा: पत्रकारों के विरुद्ध हो रहे फर्जी एफआईआर के विरोध में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा के निर्देशानुसार प्रदेश के समस्त जिलों के जिलाध्यक्षों की अगुवाई में संगठन के पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जा रहा है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के कोरबा जिलाध्यक्ष अरुण सांडे के नेतृत्व में संगठन के पत्रकारों द्वारा कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया ।

संगठन को मिली जानकारी के मुताबिक अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक साहू और उनकी पत्नी के विरुद्ध फर्जी एफआईआर दर्ज कराई गई है ।

दीपक साहू ने जानकारी दी कि उन्होंने कमला नेहरू महाविद्यालय की सहा. प्राध्यापिका खुशबू राठौर के विरुद्ध 30 मार्च 2022 को मान. मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा विभाग संचालनालय से शिकायत की थी जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उक्त महिला ने रंजिशवश उनके खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज कराई थी जो आज पर्यंत न्यायालय में लंबित है ।

इस मामले में दीपक साहू की पत्नी की शिकायत पर 26 जुलाई 2024 को कोरबा जिले के जिला पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में सुनवाई के बाद जैसे ही दीपक साहू अपनी पत्नी के साथ सभागार से बाहर निकले, सहा. प्राध्यापिका खुशबू राठौर अपने पिता दिलीप साव के साथ गाली गलौच करते हुए दीपक साहू को शारीरिक चोट पहुंचाया । जब उनके द्वारा इसकी सूचना महिला आयोग को दी गयी तो उन्होंने उक्त सहायक प्राध्यापिका और उसके पिता के खिलाफ तत्काल एफआईआर कराने का निर्देश दिया । सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए खुशबू राठौर ने भी दीपक साहू और उनकी पत्नी के खिलाफ काउंटर रिपोर्ट दर्ज करा दिया ।

ज्ञात हो कि दीपक साहू ने खुशबू राठौर के पुरुष मित्र सहायक प्राध्यापक अभिषेक तिवारी के खिलाफ 7/11/2022 में और फिर 11/07/2024 को मानसिक प्रताड़ना एवं धमकी दिए जाने की शिकायत सिटी कोतवाली में की थी । इस इस संबंध में अभिषेक तिवारी के विरुद्ध पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और जैसा कि उसने दीपक साहू को पुनः फंसाने की धमकी दी थी, उसे पूरा करने के लिए यह काउंटर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। गंभीरता पूर्वक विवेचना करें तो यह स्पष्ट नजर आता है कि आयोग की बैठक स्थल के बाहर जो भी लड़ाई झगड़ा और मारपीट की घटना हुई इसकी रूपरेखा पहले से ही खुशबू राठौर और उसके पुरुष मित्र अभिषेक तिवारी के द्वारा तैयार कर ली गई थी।

जानकारी के मुताबिक कमला नेहरू महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर द्वारा सहा. प्राध्यापिका खुशबू राठौर और सहा.प्राध्यापक अभिषेक तिवारी के अनैतिक कार्यों को खुला समर्थन दिया जाता है। ऐसे अयोग्य प्रभारी प्राचार्य के कारण महाविद्यालय की गरिमा पूरी तरह मिट्टी में मिल चुकी है ।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति आपसे विनम्र अपील करती है कि खुशबू राठौर द्वारा दीपक साहू के विरुद्ध कराए गए काउंटर रिपोर्ट को फर्जी मानते हुए उसे तत्काल रद्द करने और साजिश में शामिल अभिषेक तिवारी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की अनुमति प्रदान करें। अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति यह भी मांग करती है कि महाविद्यालय के उज्ज्वल भविष्य के लिए दोनों सहायक प्राध्यापकों के साथ प्रभारी प्राचार्य की सेवा समाप्त कर दी जाए।

प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने कहा कि अगर इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति कमला नेहरू महाविद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध प्रदेश स्तरीय आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button