छत्तीसगढ़

राष्ट्रीय सेवा योजना अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न

Advertisement
Advertisement

बलरामपुर।  शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला संगठक एवं प्राचार्य एन.के. देवांगन ने स्वागत भाषण एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यशाला आयोजन के औचित्य पर जानकारी दी।

राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉ. एस.एन. पाण्डेय ने सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यशैली का परिचय एवं सभी को राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से मानव और देश सेवा के लिए स्वयंसेवक तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि योजना का शुभारंभ ही देश के युवाओं नौजवानों में राष्ट्रीयता व राष्ट्र व समाज के प्रति कर्तव्य का भाव-बोध कराने के लिए हुआ था। ताकि युवा पीढ़ी अपनी जिम्मेदारी को समझे और संवेदनशील बने रहें। उन्होंने कहा कि रासेयो युवाओं में यह भाव भरने में सफल भी है और युवाओं ने समय-समय पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जिला संगठक कोरिया एमसीबी प्रो. माणिकचंद हिमधर ने कार्यक्रम अधिकारियों को सात दिवसीय विशेष शिविर के संचालन हेतु विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने लेखा संधारण, प्रेषण, रजिस्टर संधारण जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि डॉ.आर.बी. सोनवानी ने राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयं सेवकों में गांवों में सफाई, लोगों को स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण के प्रति जागरूक, अस्पतालों में रक्तदान करने, दया, सहिष्णुता, सेवा, सहायता का भाव भरती है। उन्होंने बताया कि 24 सितंबर 1969 को तत्कालीन शिक्षा मंत्री डाॅ वी.के.आर.वी. राव ने सभी राज्यों को शामिल करते हुए 37 विश्वविद्यालयों में एन.एस.एस. का जो कार्यक्रम आरंभ किया वह वटवृक्ष बनकर आज पूरे देश में लगभग चालीस लाख स्वयंसेवकों के साथ राष्ट्र निर्माण में जुटा हुआ है।

शासकीय महाविद्यालय सनावल के प्राचार्य डॉ. सी.एल. पाटर्ले ने बताया कि योजना का शुभारंभ ही देश के युवाओं-नौजवानों में राष्ट्रीयता व राष्ट्र व समाज के प्रति कर्तव्य का भाव-बोध कराने के लिए हुआ था। युवा पीढ़ी अपनी जिम्मेदारी को समझे और संवेदनशील बनी रहे। उन्होंने बताया कि आज राष्ट्रीय सेवा योजना विश्व भर में राष्ट्रीय विकास, सेवा, शांति, राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्य करने वाले छात्रों के सबसे बड़े रचनात्मक संगठन के रूप में हमारे सामने है। योजना ने अपने गौरवशाली 50 वर्षों में युवा जागरुकता, राष्ट्र निर्माण और विश्व शांति के लिए अनेक कार्यक्रमों के साथ अपनी पहचान बनाई है। इस अवसर पर जिले सभी इकाईयों के कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button