स्वास्थ्य शिविर में 166 ग्रामीणों को मिली नई उम्मीद

बीजापुर जिले के ऐसे गांव, जहाँ बारिश में पहुँचना बड़ी चुनौती होती है… वहाँ दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर ने ग्रामीणों को जीवनरक्षक सहारा दिया। भोपालपटनम ब्लॉक की स्वास्थ्य टीम ने पाँच पहुंचहीन गांवों में जाकर 166 लोगों का उपचार किया।
पहुंचहीन इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाना जहाँ एक तरफ चुनौती है, वहीं दूसरी तरफ प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ऐसी पहल इन गांवों के लिए उम्मीद की नई किरण हैं।बीजापुर का यह इलाका, घने जंगलों और नदी-नालों के बीच बसे पाँच गांव फरसनार, कर्कवाड़ा, गोडनुगर, दूदेपल्ली और केरपे बरसात में जिला मुख्यालय से कट जाते हैं। सड़कें टूट जाती हैं, संपर्क टूट जाता है, और स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ग्रामीण रोजमर्रा के लिए मुश्किल होता है अब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जोखिम उठाकर दो दिवसीय शिविर लगाया।
कई जगह टीम को पैदल रास्ता तय करना पड़ा।शिविर में गए चिकित्सकों ने बताया छत्तीसगढ़ सरकार की पहल और बीजापुर जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य अमले के संयुक्त प्रयास से दो दिवसीय शिवर आयोजित किया गया । टीम ने ग्रामीणों को दवाइयाँ दीं, मलेरिया जांच की और बरसात के बाद फैलने वाली बीमारियों से बचाव के उपाय भी बताए। ग्रामीणों ने कहा कि बारिश के बाद महीनों तक इन गांवों तक कोई सुविधा नहीं पहुँचती, ऐसे में स्वास्थ्य शिविर जीवन का सहारा बनकर आया है।
बाइट 01 _ दिनेश ग्रामीण
02 _ डॉ चंद्रशेखर चिकित्सक भोपाल पटनम
बीजापुर जिले के सीएमएचओ डॉ पुजारी ने बताया शिविर में ग्रामीणों का भारी उत्साह देखने को मिला। कुल 166 मरीजों की जांच और उपचार किया गया, जिनमें 40 मलेरिया मरीज ,28 बुखार ,15 सर्दी-जुकाम ,10 दस्त के मरीज साथ 166 लोगों का उपचार किया गया।इसके अलावा कई लोगों की सामान्य एवं पुरानी बीमारियों का भी जांच की गई।
बाइट _ डॉ बी आर पुजारी सीएमएचओ बीजापुर
के संतोष कुमार बीजापुर





