एनपीएस में जमा धनराशि ना मिलने से परेशान बीएसएफ जवान

नई दिल्ली । घरेलू परेशानियों के कारण 14 साल 10 महिने नौकरी कर स्वेच्छा से सर्विस छोड़ कर आए एक्स सिपाही पराग साक़िया 37वीं वाहिनी बीएसएफ 14 महिने से बार बार गुहार लगाने के बाद भी नहीं नहीं मिल पा रही अपने द्वारा एनपीएस में जमा की गई धनराशि का भुगतान।

अलॉइंस ऑफ ऑल एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन महासचिव रणबीर सिंह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि जवान के द्वारा अपने एनपीएस फंड में 14 साल 10 महिने की जमा धनराशि का ना मिलना न्यू पेंशन स्कीम पर कई सवाल खड़े करती है। इस देरी के लिए युनिट कमांडेंट जिम्मेदार नहीं हैं बल्कि पीएडी एनपीएस सेक्शन बीएसएफ में बैठे अकाउंट ऑफिसर ज़िम्मेदार हैं जोकि अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं।

महासचिव रणबीर सिंह द्वारा बताया गया कि युनिट कमांडेंट द्वारा जवान का एनपीएस बैंक खाता सत्यापन हेतु दिनांक 28/12/2024 व इस साल 20 जून, 3 मार्च, 25 अगस्त व 27 अक्टूबर को पीएडी एनपीएस सेक्शन बीएसएफ नई दिल्ली को पत्र भेजे गए लेकिन एनपीएस सेक्शन में कुंडली मारकर बैठे अकाउंट ऑफिसर पर जूं नहीं रेंग रही। भुक्तभोगी जवान ने भी कई मर्तबा अकाउंट ऑफिसर से टेलिफोन सम्पर्क कर गुहार लगाई गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अपने द्वारा एनपीएस फंड में जमा धनराशि के ना मिलने से जवान के परिवार का हाल फटेहाल।

अलॉइंस अध्यक्ष व पूर्व एडीजी श्री एचआर सिंह द्वारा एनपीएस सेक्शन में पदस्थ एकाउंट आफिसर पर अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए माननीय डीजी बीएसएफ से उक्त ऑफिसर्स के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए निवेदन किया ताकि भविष्य में किसी और जवान के साथ इस प्रकार घटना ना घटे। इस प्रकार के केस में 3 महीने की समय सीमा के अंदर एनपीएस में जमा धनराशि का भुगतान किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
रणबीर सिंह
महासचिव





