आज प्रातः काल भगवान् भाष्कर को अरग देने के साथ ही संपन्न हुआ लोक अस्था का महापर्व छठ पूजा

आज छठ ब्रति ब्रह्म मुहुर्त से ही छठ घाटों पर दीप प्रज्ज्वलित कर सूर्योदय का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जलाशयों में कमर तक पानी में खड़े होकर सूर्य को उगने की बीनती करते रहे। पूरब दिशा में सूर्य की लालिमा नजर आते ही छठ ब्रतियों में खुशी की लहर दौड़ गई, सूर्य को पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ सूबह की अरग दी गई।
और इसी के साथ ही संपन्न हुआ लोक आस्था का महापर्व छठ। सभी घठ घाटों को आकर्षक तरीके से सजाया गया था। छठ घाटों पर किसी भी अप्रीयकर स्थित से निपटने के लिए अग्निशमन कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी, और स्थानीय छठ कमिटी के सदस्य पूरी तरह मुस्तैद नजर आए।
आज सभी छठ घाटों में आस्था का जन सैलाब देखने को मिला। राउरकेला व आसपास अंचलों में कोयल नदी तट, ब्राह्मणी नदी तट, स्थानीय तालाबो में छठ घाट बनाए गए थे। इन छठ घाटों में छठ ब्रतियों द्वारा बीते कल संध्या अरग और आज सुबह की अरग भगवान सूर्य को समर्पित किया गया।





