सील बंद पानी की बोतल में निकला हरा पदार्थ, शुद्धता पर उठे सवाल

सुंदरगढ़। आज जहां भी प्यास लगती है, हम बिना सोचे-समझे सील बंद पानी की बोतल खरीद लेते हैं, क्योंकि हमें भरोसा होता है कि सील बंद बोतल का मतलब है — शुद्ध पानी। लेकिन सुंदरगढ़ जिले से आई एक खबर इस विश्वास को हिला सकती है।
बिसरा प्रखंड के डरईकेला में स्थित श्रीराम फ्लोर मील द्वारा निर्मित एक्वा नाइन ब्रांड की पानी की बोतल में संदिग्ध हरे रंग का पदार्थ पाया गया है। बोतल पर अंकित जानकारी के अनुसार, इसका उत्पादन 3 सितम्बर 2025 को किया गया था — यानी करीब एक महीने पहले।
जब इस बोतल को हिलाया गया तो इसके अंदर हरे रंग का अज्ञात पदार्थ साफ दिखाई दिया। यह पदार्थ क्या है, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा, लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर यह पदार्थ बोतल के अंदर गया कैसे?
कंपनी दावा करती है कि वह आरओ फिल्टर पानी पैक करती है, लेकिन इस मामले ने शुद्धता के सभी दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बोतलबंद पानी में इस तरह की गड़बड़ी सामने आ रही है, तो उत्पादन प्रक्रिया और गुणवत्ता जांच पर गंभीर ध्यान देने की जरूरत है।
अब यह मामला उपभोक्ताओं के मन में एक बड़ा सवाल छोड़ गया है — क्या सील बंद पानी वास्तव में शुद्ध होता है, या हमें अपनी प्यास बुझाने से पहले दो बार सोचने की जरूरत है?





