माओवादी आंदोलन के इतिहास में एक और बड़ा सरेंडर सामने आया है. 6 करोड़ के इनामी मोस्ट वांटेड नक्सली भूपति ने अपने 60 नक्सली साथियों के साथ

छत्तीसगढ़ कै पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र गढ़चिरौली में मोजुल्ला वेणुगापाल राव उर्फ भूपत्ति उर्फ सोनूदादा,उर्फ अभय समेत 61 नक्सली ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने हथियार सहिंत आत्मसमर्पण किया है।

इतने बड़े सरेंडर से महाराष्ट्र के गढ़चिरौली और छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में लगभग नक्सलवाद खात्मे की ओर है. भूपति को नक्सली आंदोलन के सबसे सीनियर और प्रभावशाली नेताओं में से एक माना जाता है. भूपति ने बीकॉम की पढ़ाई की है और वह पिछले 40 वर्षों से नक्सल संगठन में सक्रिय रहा है.
केंद्रीय कमेटी के साथ-साथ पोलित ब्यूरो मेंबर और वरिष्ठ नक्सली कमांडर मल्लोजुला वेणुगोपाल राव उर्फ सोनू उर्फ भूपति (67 वर्ष) ने अपने साथियों के साथ सोमवार देर रात गढ़चिरौली पुलिस के सामने सरेंडर किया था. उसके ऊपर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में कई बड़े हमलों और साजिशों में शामिल होने के आरोप हैं.

सुरक्षा एजेंसियों ने उस पर 6 करोड़ से अधिक का इनाम घोषित कर रखा था. माओवादी आंदोलन के इतिहास में इसे सबसे बड़ा सरेंडर माना जा रहा है. भूपति का समर्पण नक्सलवाद को छोड़ मुख्यधारा में लौटना है. पुलिस ने नक्सलियों ने 50 से अधिक हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया है
सोनू उर्फ़ भूपति ने कही थी पहले आत्म-समर्पण करने की बात
नक्सली पोलित ब्यूरो मेंबर सोनू दादा उर्फ़ भूपति ने सरकार के समक्ष हथियार समेत आत्मसमर्पण करने की बात कही थी. सोनू दादा के बयान के बाद नक्सलियों में आपसी फाड़ भी देखी गई थी. सूत्र कहते हैं कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से सुरक्षा बलों द्वारा पूछताछ की जा रही है.
कौन है नक्सली सोनू दादा उर्फ भूपति
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस के सामने आत्म-समर्पण करने वाले 67 वर्षीय नक्सली पोलित ब्यूरो सदस्य मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ सोनू दादा उर्फ भूपति उर्फ विवेक उर्फ अभय पुत्र वेंकटैया तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले के करीमनगर का निवासी है. सोनू दादा बी कॉम डिग्री होल्डर है. सोनू की भाभी सुजाता पहले है तेलंगाना में सरेंडर कर चुकी है जो एक बहुत बड़ी रणनीतिकआर्थी नक्सलियों के लिए सोनू दादा वेस्ट बंगाल में मारे गए इनामी नक्सली किशन जी का सगा भाई है और सुजाता उसी किशन की पत्नी है




